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वीडियो कॉल से बहन को मिला बिछड़ा भाई, कातिल पिता भी पकड़ा गया

गुजरात के एक हेड कॉस्टेबल ने अपनी सूझबूझ से दो अनाथ भाई-बहन को मिलवाया। साथ ही 2 साल पहले हुए एक हत्याकांड के आरोपी को भी गिरफ्तार किया। पढ़ें पूरी कहानी

Gujrat crime news

गुजरात पुलिस, Photo credit: PTI

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गुजरात पुलिस के एक हेड कॉस्टेबल ने अपनी सूझबूझ से दो साल पुराने हत्याकांड को सुलझा दिया जिसके बाद से पूरे पुलिस यूनिट में उनकी तारीफ हो रही है। खेड़ा जिले में एक महिला की हत्या कर उसकी बेटी को शव के पास छोड़कर भागने वाला हत्यारा पकड़ा गया है। कॉस्टेबल ने यह मामला एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए सुलझाया।

 

दरअसल, 2 साल पहले यानी 5 दिसंबर, 2022 को अहमदाबाद-बड़ौदा एक्सप्रेसवे पर एक महिला का शव बरामद हुआ था। उस शव के पास तीन साल की एक बच्ची भी घायल अवस्था में पाई गई थी। बच्ची का नाम खुशी, मां का नाम पूजा और पिता का नाम उदय था। बच्ची रोते-रोते बस एक ही चीज कह रही थी कि पापा ने मम्मी को मारा, मुझे भी पटका और कन्हैया को लेकर चले गए। 

 

2 साल तक हत्यारे पिता को पुलिस ने ढूंढा

हेड कॉस्टेबल प्रदीप सिंह भी घटनास्थल पर मौजूद थे। बच्ची का रोता-बिलखता चेहरा प्रदीप सिंह की आंखों में छप चुका था। सही से पालन-पोषण हो सके इसके लिए खेड़ा स्थित एक बाल देखभाल संस्थान में बच्ची को रखा गया। खुशी के पिता की तलाश भी जारी थी। आरोपित पिता के पोस्टर गुजराती और हिंदी में हर जगह लगाए गए लेकिन 2 साल तक कोई सफलता हासिल नहीं हुई। 

 

2 साल बाद 7 फरवरी, 2025 को कॉस्टेबल प्रदीप सिंह अपना काम निपटा कर रात को खाली समय में इंस्टाग्राम चला रहे थे। उसी दौरान प्रदीप का ध्यान एक पोस्ट पर गया जिसमें आणंद जिले के वासद पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर अहमदाबाद-बड़ौदा एक्सप्रेसवे पर मिले एक बच्चे की जानकारी थी जो 2022 की घटना से मिलती-जुलती थी। पोस्ट के कैप्शन में कन्हैया और उदय लिखा हुआ था। कन्हैया को आणंद के अनाथालय में रखा गया था।

 

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भाई-बहन का मिलन, हत्यारे पिता की गिरफ्तारी

कॉस्टेबल प्रदीप सिंह तुरंत वहां पहुंचा और कन्हैया की बातचीत वीडियो कॉल के लिए खुशी से कराई गई। खुशी ने तुरंत ही अपने भाई को पहचान लिया जिससे इस बात की पुष्टि हो गई कि दोनों भाई-बहन हैं। भाई-बहन का मिलन कराया गया और इस बीच पुलिस ने कन्हैया को अपने पिता को फोन लगाने को कहा। कन्हैया ने अपने पिता का नबंर डायल किया जो कि केवल 5 अंकों तक का था। बाकी के 5 नंबर उसे याद नहीं था। पुलिस ने थर्ड पार्टी के जरिए नंबर निकलवाए और उसी के आधार पर नाडियाड पुलिस लोकेशन तक पहुंच पाई। पुलिस ने 2 साल पुराने केस में हत्यारे पिता उदय को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया। 


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