कर्नाटक के बेलगावी जिले में SSLC क्लास 10वीं के एग्जाम के दौरान कुछ छात्रों ने पास होने के लिए एग्जामिनर को अजीबोगरीब ऑफर दिए, जो अब चर्चा का विषय बन गए हैं। यह घटना चिक्कोडी सेंटर से सामने आई है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। 21 मार्च को कर्नाटक SSLC परीक्षा में, बेलगावी के कुछ छात्रों ने अपनी आंसर शीट में 500 रुपये का नोट और रिश्वतखोरी वाले संदेश लिखे, ताकि एग्जामिनर उन्हें पास कर दें।
एक छात्र ने लिखा, 'प्यार के लिए, कृप्या मुझे पास कर दें' इस संदेश के साथ 500 रुपये का नोट भी रखा। दूसरे ने लिखा, 'इन 500 रुपये से चाय पी लीजिए और मुझे पास कर दिजिए।' एक अन्य छात्र ने अपील की 'अगर आप मुझे पास नहीं करेंगे, तो मेरे माता-पिता मुझे कॉलेज नहीं भेजेंगे।' छात्रों ने इन नोट्स और पैसे के जरिए एग्जामिनर को रिश्वत देने की कोशिश की, ताकि वे पासिंग मार्क्स हासिल कर सकें।
यह भी पढ़ें: लखनऊ: चलती कार में रेप की कोशिश, विरोध पर ब्यूटीशियन की हत्या
पासिंग मार्क्स 35 प्रतिशत
SSLC परीक्षा कर्नाटक में इस साल 8,96,447 छात्र 2,818 केंद्रों पर परीक्षा में शामिल हुए। कर्नाटक स्कूल परीक्षा और मूल्यांकन बोर्ड (KSEAB) ने 2025 में पासिंग अंक 35% अनिवार्य किए और ग्रेस अंकों की पॉलिसी को खत्म कर दिया। पिछले साल (2024) में 20% ग्रेस अंक दिए गए थे, जिससे पास प्रतिशत 54% से बढ़कर 73% हुआ था। इस बार ऐसी कोई छूट नहीं थी। बता दें कि KSEAB ने नकल रोकने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर वेबकास्टिंग लागू की, जिससे नकल करना मुश्किल हो गया। इससे कई छात्रों को डर था कि वे बिना मदद के पास नहीं हो पाएंगे।
यह भी पढ़ें: पंजाब में दो आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़! 13 गिरफ्तार, भारी हथियार बरामद
आंसर शीट में पैसे रखना चीटिंग
KSEAB ने अभी तक इन मामलों पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है लेकिन आंसर शीट में पैसे रखना चीटिंग माना जाता है। ऐसे छात्रों को परीक्षा में फेल करने, पूरे कोर्स में फेल करने, या स्कूल से निष्कासित करने जैसे दंड मिल सकते हैं। बता दें कि आंसर शीट में पैसे या रिश्वत का ऑफर देना भारतीय कानून के तहत रिश्वतखोरी और शैक्षणिक कदाचार के दायरे में आता है। अगर दोषी पाए गए, तो छात्रों को कठोर सजा मिल सकती है, जैसे परीक्षा रद्द करना या कानूनी कार्रवाई।