करणी सेना के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह की 20 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई। कुछ अज्ञात हमलावरों ने विनय सिंह को नजदीक से सिर में गोली मारी। बताया जा रहा है कि हमलावर बाइक पर आए थे और वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गए। विनय सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेसिंग के जरिए शव तक पहुंचने में सफलता पाई। हत्या की खबर फैलते ही जमशेदपुर में भारी आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों और करणी सेना के समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-33 (NH-33) को जाम कर दिया और हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। करणी सेना ने झारखंड पुलिस और राज्य सरकार से हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
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लोकेशन ट्रेस करने के बाद मिला शव
जमशेदपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह हत्या व्यक्तिगत रंजिश या पुरानी दुश्मनी हो सकती है लेकिन पुलिस गहन जांच कर रही है। बता दें कि पुलिस ने विनय सिंह के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर शव तक पहुंचने में सफलता पाई, जिससे जांच में तेजी आई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने के साथ-साथ प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। हालांकि, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। विनय सिंह राजपूत करणी सेना के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। वह करणी सेना के तेजतर्रार नेता थे और झारखंड में क्षत्रिय समाज के बीच लोकप्रिय थे।
अज्ञात हमलावरों ने बेहद नजदीक से मारी गोली
करणी सेना के नेता विनय सिंह की हत्या अज्ञात हमलावरों ने बेहद नजदीक से की। बाइक सवार हमलावरों ने विनय सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जो उनके सिर और शरीर पर लगीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के अनुसार यह हमला पूरी तरह से प्री-प्लान था और हमलावरों ने पहले से घात लगाकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस को विनय सिंह का शव जंगल या खेत के किनारे झाड़ियों के पास मिला। मौके से एक पिस्तौल, स्कूटी, मोबाइल फोन और पानी की बोतलें भी बरामद की गईं। पुलिस के अनुसार, हत्या दोपहर 12 बजे के आसपास हुई लेकिन शव रात 8 बजे के बाद बरामद हुआ। शव पर चीटियों के होने से अनुमान लगाया गया कि हत्या दिन में हुई थी।
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सुबह से रात तक क्या-क्या हुआ?
सुबह 11 बजे: विनय सिंह घर से किसी निजी कार्यक्रम या जमीन से संबंधित काम के लिए निकले। वह आमतौर पर दोपहर 4 बजे तक घर लौट आते थे लेकिन उस दिन न तो वह दुकान पहुंचे और न ही घर लौटे।
दोपहर 12 बजे: हत्या की घटना को अंजाम दिया गया।
शाम 4 बजे से रात 8 बजे: विनय सिंह का फोन बंद होने और उनके न लौटने पर परिजनों ने चिंता जताई। रात 8 बजे परिजन उलीडीह थाना पहुंचे और पुलिस से मदद मांगी।
रात 8 बजे के बाद: पुलिस ने विनय सिंह के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर बालीगुमा में उनका शव बरामद किया। शव पर चोट के निशान थे और पास में पिस्तौल, स्कूटी, और अन्य सामान मिला।
रात 10:30 बजे के आसपास: हत्या की खबर फैलने के बाद करणी सेना के समर्थक और क्षत्रिय समाज के लोग घटनास्थल पर जमा हुए।