महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के चुनाव से पहले महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। विधानसभा चुनाव के बाद बीएमसी के चुनाव सबसे अहम हैं और सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। इन चुनावों से पहले विपक्षी गठबंधन महा विकास अगाड़ी (एमवीए) में दरार पड़ गई है। कांग्रेस ने मुंबई और पुणे दोनों जगह शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की पार्टी से अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस ने यह फैसला उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के गठबंधन की वजह से लिया है। इस फैसले से नाराज शिवसेना (यूबीटी) अब कांग्रेस पर भड़क गई है।
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पर शिवसेना (यूबीटी) का फायदा उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,'2019 के पहले कांग्रेस की नाव बीच समुद्र में डूब गई थी। हमारी पार्टी अपनी नाव लेकर गई और उन्हें बचाया। उनको किनारे लाकर चाय-पानी पिलाया और जैसे ही उन्हें होश आया वह हमारी नाव छिन कर भाग गए। हमारी नाव आप कितनी छिनेंगे हमारे पास तो कई नाव है।' इतना ही नहीं आनंद दुबे ने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे ब्रांड का फायदा कांग्रेस ने उठाया है।
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कांग्रेस पर भड़की शिवसेना (यूबीटी)
आनंद दुबे ने कांग्रेस पर आरोप लगया कि कांग्रेस को जब जरूरत थी तब वह शिवसेना (यूबीटी) के पास आई लेकिन अब वह बीजेपी के साथ मिलकर हमें नुकसान पहुंचाना चाहती है। शिवसेना (यूबीटी) ने कांग्रेस पर उद्धव ठाकरे ब्रांड और उनके कामों का फायदा उठाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस हमारे कंधे पर रखकर बंदूक चलाना चाहती है और बीजेपी को फायदा पहुंचाना चाहती है। हालांकि, यह असंभव है। कांग्रेस को खाता खोलना भी मुश्किल होगा और मुंबई में कांग्रेस डबल डिजिट में नहीं आ पाएगी।'
राहुल गांधी पर क्या बोले?
राहुल गांधी और कांग्रेस से शिवसेना (यूबीटी) काफी नाराज है और पार्टी के प्रवक्ता के बयानों से यह नाराजगी सामने भी आ रही है। अभय दुबे ने कहा कि महाराष्ट्र में निकाय चुनाव है और हमें नहीं लगता कि कांग्रेस एक-दो सीट के अलावा कहीं कोई सीट जीत पाएगी। उन्होंने कहा,'कांग्रेस मुंबई में पर्यटक की तरह है। अमित शाह जो कह रहे है वह सही है। राहुल गांधी को अभी अग्निपरीक्षा से गुजरना है। अब राहुल गांधी जाने उनकी पार्टी जाने। हम इस पर कुछ नहीं कह सकते।'
कांग्रेस को बताया बीजेपी की 'बी' टीम
शिवसेना (यूबीटी) ने कांग्रेस पर बीजेपी का साथ देने का आरोप लगाया है। आनंद दुबे ने कहा, 'कांग्रेस मुंबई में बीजेपी की बी टीम बनकर काम कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा है। जब कांग्रेस को पता है कि 2026 का मुंबई महानगरपालिका का चुनाव बहुत ही महत्तवपूर्ण है, एक तरफ ताकत है, पैसा है, अराजकता है और धनबल है तो दूसरी तरफ सच्चाई है , न्याय है, धर्म है तो आप अकेले क्यों लड़ रहे हो।' आनंद दुबे ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान का समर्थन किया और कहा कि कांग्रेस को आरएसएस से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सब कुछ राम भरोसे चल रहा है लेकिन भगवान कह रहे हैं कि कम से कम आप भी तो कुछ काम करें।
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क्यों अलग हुई कांग्रेस?
कांग्रेस की रणनीति अल्पसंख्यक, दलित और प्रवासी वोटरों को जोड़ने की है। महाराष्ट्र नवनिर्णाण सेना और शिवसेना (यूबीटी) का गठबंधन कांग्रेस को असहज कर रहा है। शिवसेना का अतीत भी हिंदूवादी आक्रामक राजनीति का रहा है लेकिन शिवसेना से 2019 में कांग्रेस को गठबंधन करना पड़ा था। इसके लिए कांग्रेस और शिवसेना दोनों दलों ने कदम बढ़ाए थे। शिवसेना ने अपनी पारंपरिक छवि छोड़कर सेक्युलर दिखने की कोशिश की थी। उद्धव ठाकरे ने बीएमसी चुनावों के लिए राज ठाकरे से हाथ मिलाकर अपने साथी कांग्रेस को नाराज कर दिया।