उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में बड़ी दुर्घटना हो गया है। यहां कालका-हावड़ा एक्सप्रेस की चपेट में आकर कटने से कई लोगों की मौत हो गई है। हादसा चुनार रेलवे स्टेशन पर हुआ है। बताया जा रहा है कि श्रद्धालु प्लेटफॉर्म पर उतरने की बजाय पटरी की साइड उतर गए। इसी दौरान सामने आ रही कालका एक्सप्रेस गुजरी, जिसके चपेट में लोग आ गए।
हादसा इतना वीभत्स था कि लोगों के टुकड़े-टुकड़े हो गए। शवों के चीथड़े उड़ गए। रेलवे ट्रैक पर भी खून बिखर गया है। बताया जा रहा है कि इस दुर्घटना में अब तक कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, अभी इसकी पुष्टि होनी बाकी है।
बताया जा रहा है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लोग स्नान करने के लिए गंगा घाट जा रहे थे। भीड़ होने की वजह से कुछ श्रद्धालु प्लेटफॉर्म की बजाय दूसरी साइड उतर गए, जिससे वे ट्रेन की चपेट में आ गए।
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कैसे हुआ हुआ हादसा?
न्यूज एजेंसी PTI ने रेलवे अधिकारियों के हवाले से बताया है कि चोपन एक्सप्रेस से उतरे कुछ यात्री प्लेटफॉर्म की बजाय दूसरी तरफ उतर गए। इस दौरान वे नेताजी एक्सप्रेस (कालका-हावड़ा एक्स्प्रेस) की चपेट में आ गए।
रेलवे ने एक बयान जारी कर बताया, 'ट्रेन नंबर 13309 (चोपन-प्रयागराज एक्सप्रेस) चुनार स्टेशन के प्लेटफॉर्म 4 पर पहुंची। कुछ यात्री गलत साइड से उतर गए और फुट ओवर ब्रिज होने के बावजूद मेन लाइन पर आ गए।'
बयान में आगे बताया गया है कि 'इसी दौरान ट्रेन नंबर 12311 (नेताजी एक्सप्रेस) मेन लाइन से गुजर रही थी। इसकी चपेट में आने से 3-4 यात्रियों की मौत हो गई।'
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बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
रेलवे ने बताया है कि इस दुर्घटना में 3-4 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, बताया जा रहा है कि 8 से 9 लोग मारे गए हैं।
NCR प्रयागराज डिविजन के PRO अमित सिंह ने PTI से कहा कि कुछ यात्री प्लेटफॉर्म 4 पर चोपन एक्सप्रेस से उतर रहे थे और सामने से आ रही नेताजी एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। उन्होंने कहा, 'घटना में 3-4 यात्रियों की मौत हो गई है। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।'