पश्चिम बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिडिकल साइंसेज (WBNUJS) के छात्रों ने वाइस चांसलर निर्मल कांति चक्रवर्ती के इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वाइस चांसलर पर यूनिवर्सिटी फंड में धोखाधड़ी, कुप्रबंधन और यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने निर्मल चक्रवर्ती के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के मामले पर फैसला सुनाया, जिसके बाद छात्रों का विरोध और तेज हो गया है। सोमवार को छात्रों ने विरोध प्रदर्शन का एक अनोखा तरीका अपनाते हुए पूरा दिन खडे़ होकर क्लास अटेंड की। छात्रों ने बताया कि वे बिना क्लास बंद किए हर संभव तरीके से विरोध प्रदर्शन करेंगे।
एक छात्र ने बताया कि वाइस चांसलर के खिलाफ विरोध में खड़े होकर क्लास लगाना छात्रों का अपना फैसला है। इस समय छात्रों में वाइस चांसलर के खिलाफ बहुत गुस्सा है और छात्रों की बातचीत से साफ है कि सभी इस विरोध प्रदर्शन को जारी रखेंगे। इसके अलावा क्लास को बंद किए बिना जिस भी तरह से संभव होगा हम प्रोटेस्ट करेंगे। कुछ अन्य छात्रों ने बताया कि पहले विरोध प्रदर्शन के लिए काली पट्टी पहनकर क्लास लगाने में आने का फैसला किया गया था लेकिन बाद में इसे बदल दिया गया।
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सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
वाइस चांसलर निर्मल कांति चक्रवर्ती के खिलाफ एक महिला फैकल्टी मेंबर ने यौन उत्पीड़न का एक मामला दर्ज करवाया था। इस शिकायत में 2019 से अप्रैल 2023 के बीच उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था। स्थानीय शिकायत समिति (LCC) ने इस मामले को खारिज कर दिया था। हालांकि, 12 सितंर को सुप्रीम कोर्ट ने इस शिकायत को बरकरार रखा।
इस मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एक टिप्पणी भी की। कोर्ट ने कहा कि इस कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत को भुलाया नहीं जाना चाहिए और यह निर्मल कांति चक्रवर्ती के रेज्यूमे का हिस्सा होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन और तेज कर दिया।
वाइस चांसलर ने क्या कहा?
वाइस चांसलर निर्मल कांति चक्रवर्ती ने कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले को बदलने के लिए अर्जी दाखिल की है क्योंकि कोर्ट ने उन्हें अपने रेज्यूमे में इस शिकायत को शामिल करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, 'छात्र किसी के बहकावे में आकर यह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उन्हें बता दिया है कि यह मामला कोर्ट में है इसलिए वह इस पर कुछ भी टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। विरोध कर रहे छात्र यूनिवर्सिटी का नाम खराब कर रहे हैं।'
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इस्तीफे की मांग पर अडे़ छात्र
छात्र पिछले कुछ दिनों से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। 20 सितंबर को छात्रों ने वाइस चांसलर के दफ्तर का घेराव किया और करीब 20 घंटे तक वहीं बैठे रहे। शनिवार और रविवार पूरी यूनिवर्सिटी में छात्र विरोध प्रदर्शन करते रहे। सोमवार को भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। बिना क्लास बंद किए छात्रों ने पूरे 6 घंटे तक क्लास में खड़े होकर क्लास अटेंड की। छात्रों ने चेतावनी दी है कि जब तक वाइस चांसलर इस्तीफा नहीं देते, वे विरोध जारी रखेंगे। छात्रों के अनोखे प्रदर्शन के बाद यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है।