असम की राजधानी गुवाहाटी से गैंगरेप का मामला सामने आया है। गुवाहाटी पुलिस ने बताया कि मणिपुर के पांच छात्रों ने त्रिपुरा की 21 साल की लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया। सभी 5 छात्र और पीड़िता गुवाहाटी के एक ही प्राइवेट यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे। पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। बाकी अन्य से पूछताछ की जा रही है।
इस घटना ने विवाद खड़ा कर दिया है क्योंकि सभी आरोपी मणिपुर के हैं। त्रिपुरा के स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन (TIPRA मोथा) के अध्यक्ष प्रद्योत माणिक्य देब बर्मा सहित कई राजनीतिक नेताओं ने इस घटना की निंदा की है।
TIPRA मोथा चीफ ने X पर एक पोस्ट में कहा, 'त्रिपुरा की एक लड़की के साथ गुवाहाटी में कथित तौर पर बलात्कार किया गया। मैंने पीड़िता से बात की है और उसे हर संभव मदद की पेशकश की है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे अटकलें न लगाएं और सुनिश्चित करें कि लड़की की पहचान उजागर न हो।'
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पुलिस ने कहा कि लड़की का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और उसका बयान दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने कहा, 'घटना के बारे में सब कुछ सही से समझने के लिए हम मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।' पानी खैती चौकी के एक अधिकारी ने बताया कि बीएनएस की संबंधित धाराओं के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया
यूनिवर्सिटी ने सभी 5 छात्रों को 'गैरकानूनी काम' में शामिल होने का हवाला देते हुए सस्पेंड कर दिया है। साथ ही यूनिवर्सिटी ने बताया कि सभी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू की जाएगी। पुलिस ने बताया कि सभी पांचों आरोपी लड़के 17 साल के हैं और वे गुवाहाटी में किराए के मकान में रहते हैं।
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डीसीपी ने घटना की जानकारी दी
पुलिस उपायुक्त (पूर्वी गुवाहाटी) अमिताव बसुमतारी ने कहा, 'लड़की ने 16 सितंबर को गुवाहाटी की पानी खैती चौकी में केस दर्ज कराया है। हमने पांचों नाबालिग आरोपियों को हिरासत में ले लिया। उनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी तीन से पूछताछ की जा रही है।'
डीसीपी ने बताया कि पीड़िता ने पुलिस को खुद बताया कि वह शराब के नशे में थी। जब अगले दिन सुबह उठी तो उसे पता चला कि उसके साथ बलात्कार हुआ है।
अधिकारी ने कहा, 'हमने जांच शुरू की जिससे पांचों आरोपियों की पहचान हो गई। हमें उनमें से दो के खिलाफ सबूत मिले और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। सभी लड़के नाबालिग हैं, इसलिए उन्हें जुवेनाइल बोर्ड के सामने पेश किया गया।'