राधा स्वामी संप्रदाय के प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने मंगलवार को यहां न्यू नाभा जेल में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से मुलाकात की। सूत्रों ने यह जानकारी दी। आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार पंजाब के पूर्व मंत्री मजीठिया फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। सूत्रों ने बताया कि करीब 30 मिनट की मुलाकात के बाद दोनों के बीच हुई बातचीत का ब्यौरा फिलहाल नहीं मिल पाया।
मजीठिया से मिलने के बाद ढिल्लों ने जेल के पास मौजूद अपने समर्थकों से संक्षिप्त बातचीत की। सूत्रों ने बताया कि ढिल्लों ने मीडिया से बात नहीं की। ढिल्लों के मजीठिया से मुलाकात से पहले जेल के अंदर और आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सतर्कता ब्यूरो (विजिलेंस ब्यूरो) ने मजीठिया को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में 25 जून को गिरफ्तार किया था और इस मामले में कथित तौर पर नशीले पदार्थ मादक पदार्थ से अर्जित 540 करोड़ रुपये का लॉन्ड्रिंग भी शामिल था।
यह भी पढ़ें: BSP में शामिल होंगे आजम खान? जवाब से बढ़ जाएगी अखिलेश यादव की चिंता
आय से अधिक संपत्ति मामला
विजिलेंस ब्यूरो ने 22 अगस्त को आय से अधिक संपत्ति मामले में मोहाली की एक अदालत में 40 हजार से अधिक पृष्ठों का आरोपपत्र दायर किया था। मजीठिया के खिलाफ यह एफआईआर पंजाब पुलिस की विशेष जांच दल द्वारा 2021 के नशीले पदार्थ मामले में की जा रही जांच से उपजी है। राधा स्वामी सत्संग अमृतसर शहर से लगभग 45 किलोमीटर दूर ब्यास कस्बे में स्थित है। इसके अनुयायी खासकर पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश समेत पूरे देश में मौजूद हैं।
कई नेता करते हैं मुलाकात
गुरिंदर सिंह ढिल्लों पहली बार नहीं है जब किसी नेता से मुलाकात कर रहे हैं, बल्कि कई बड़े-बड़े नेताओं से उनका मिलना रहा है। इस लिस्ट में बीजेपी में लालकृष्ण आडवाणी से लेकर कांग्रेस में राहुल गांधी तक शामिल हैं। इसके अलावा बड़े उद्योगपति भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और आम आदमी पार्टी नेता व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने-अपने राज्य विधानसभा चुनावों से पहले ढिल्लों से कई बार मुलाकात की थी। माना जाता है कि पंजाब के बादल परिवार के साथ उनके घनिष्ठ संबंध हैं।
यह भी पढ़ें: ओडिशा में 'मिड डे मील' का 55 लाख रुपये डकार गया प्रिंसिपल, गिरफ्तार
2016 में, पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले, ढिल्लों के बहनोई परमिंदर सिंह सेखों को अकाली-भाजपा सरकार ने तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का सलाहकार नियुक्त किया था और उन्हें मंत्री का दर्जा दिया गया था।