आपके साथ अब ठगी कभी भी और कहीं भी हो सकती है। लोग सामान खरीदने से लेकर सौदा करने में ठगे जाते थे लेकिन समय बदला है तो लोग अब शादियों में भी ठगे जाने लगे हैं। दरअसल, राजस्थान पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है जो शादियां करके 25 पुरुषों को ठग चुकी है। ठग महिला को राजस्थान पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार किया है।
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज की रहने वाली 23 साल की अनुराधा पासवान राजस्थान के सवाई माधोपुर में विष्णु शर्मा और उसके परिवार को कथित तौर पर धोखा देने के बाद कुछ समय से भोपाल में रह रही थी।
विष्णु शर्मा शादी करना चाहता था
सवाई माधोपुर के मानटाउन पुलिस स्टेशन ने एक अधिकारी ने बताया कि सवाई माधोपुर में ठेला चलाने वाला विष्णु शर्मा शादी करना चाहता था। शादी की खोज करते हुए विष्णु शर्मा एक पप्पू मीना नाम के शख्स के संपर्क में आया। पप्पू मीना ने विष्णु के अनुरोध पर अनुराधा पासवान की फोटो दिखाई और बात को आगे बढ़ाया।
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विष्णु शर्मा ने एक अंग्रेजी अखबार को जानकारी देते हुए बताया कि पप्पू मीना मैचमेकिंग के लिए महिलाओं को पास के पार्क में लाता था। पार्क में ही विष्णु की मुलाकात अनुराधा पासवान से हुई। मुलाकातें करने के बाद पप्पू ने अनुराधा से शादी करने का फैसला किया।
कोर्ट में विष्णु और अनुराधा ने शादी की
19 अप्रैल को स्थानीय कोर्ट में दोनों ने कानूनी तौर से शादी कर ली। विष्णु शर्मा ने बताया कि शादी करने के बाद उसने पप्पू मीना को 2 लाख रुपये नकद दिए। यह पैसे उसने उधार लेकर दिए थे। इसके बाद, विष्णु और अनुराधा पति-पत्नी की तरह एक साथ रहने लगे।
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ठगने में 13 दिन लग गए
विष्णु शर्मा ने इस गिरोह के काम करने के तरीके के बारे में बताया, 'गिरोह के सदस्य शादी के 5-7 दिनों के भीतर आधी रात को अनुराधा को भगा लेते थे। हालांकि, मेरे पास एक फास्ट-फूड की गाड़ी है और इसलिए मैं रात 10.30 बजे ही लौटता था, फिर खाना खाता था और आधी रात के बाद टीवी देखता था। कोई न कोई बहुत देर तक जागता रहता था। इसलिए उसे हमें ठगने में 13 दिन लग गए।'
2 मई को, अनुराधा ने कथित तौर पर अपने ससुराल वालों को दिए जाने वाले खाने में कुछ मिला दिया। पीड़ित विष्णु शर्मा ने बताया, 'हमने छोले-भटूरे बनाए थे लेकिन मुझे शक है कि अनुराधा ने पानी में कुछ मिला दिया था। उस रात भी मैंने उससे पूछा था कि मेरी आंखें इतनी भारी क्यों हैं।' विष्णु ने कहा कि उस दिन अनुराधा थोड़ा अजीब तरह से व्यवहार कर रही थी। इसके बाद विष्णु, उसके माता-पिता, बहन और भाई सो गए।
कांस्टेबल की शादी करवाना चाहते थे
राजस्थान पुलिस ने कहा कि जब विष्णु और उसका परिवार अगली सुबह जागे तो उन्होंने पाया कि अनुराधा घर से गहने, नकदी और एक मोबाइल फोन लेकर भाग गई है। एएसआई मीठा लाल यादव ने बताया कि धोखाधड़ी को लेकर अनुराधा और अन्य के खिलाफ कई धाराओं के तहत 3 मई को एफआईआर दर्ज कर ली गई।
मीठा लाल यादव ने बताया, 'पुलिस ने विवाह समझौते को देखा है। समझौते में अनुराधा का पता मौजूद था, जिसके आधार पर हम भोपाल में बताए गए स्थान पर पहुंचे। हालांकि, वह पता फर्जी था। हमारी टीम ने उसे खोजने के लिए भोपाल में ही रुकने का फैसला किया। हमने टैक्सी ड्राइवरों, स्थानीय लोगों आदि से बात की तो पता चला कि एक शख्स हमारे हमारी टीम के एक कांस्टेबल की शादी करवाना चाहते हैं। स्थानीय लोगों ने हमें कुछ ऐसे लोगों के बारे में बताया जो विवाह करवाते हैं।