उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। पैगंबर मोहम्मद और कुरान के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित तौर पर आपत्तिजनक पोस्ट के बाद से यहां तनाव बढ़ा हुआ है। इसे लेकर पिछले हफ्ते शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। इस सिलसिले में पुलिस ने 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मामला तब सामने आया जब पुलिस ने पैगंबर मोहम्मद और कुरान के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में एक 45 साल के व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के तुरंत बाद शुक्रवार रात करीब 9 बजे कई लोगों ने पुलिस थाने में घुसने की कोशिश की और नारेबाजी की। देखते ही देखते विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया और भीड़ ने कई टू-व्हीलर गाड़ियों में आग लगा दी।
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200 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
शाहजहांपुर के एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का इस्तेमाल करना पड़ा। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने लाल इमली क्रॉसिंग को ब्लॉक कर दिया था। काफी समझाने-बुझाने के बाद भीड़ वहां से हटी थी।
उन्होंने बताया कि सदन पुलिस चौके के प्रभारी शिवम अग्रवाल की शिकायत पर सोमवार को 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। यह केस शुक्रवार रात को हुए विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में दर्ज हुआ है।
शनिवार को ही पुलिस ने फेसबुक पर हिंदू देवी-देवताओं के बारे में कथित तौर पर अभद्र पोस्ट करने के आरोप में एक महिला को भी गिरफ्तार किया था। कुछ लोगों पर सोशल मीडिया पर इन पोस्ट को शेयर करने के आरोप में भी मामला दर्ज किया गया है।
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शाहजहांपुर में अभी कैसे हैं हालात?
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि शाहजहांपुर में हालात फिलहाल शांत लेकिन एहतियात के तौर पर पूरे शहर में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। उन्होंने बताया कि बाजार वाले इलाकों में पुलिस लगातार फ्लैग मार्च कर रही है।
उन्होंने कहा, 'हमने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी जाति, धर्म या किसी के भी खिलाफ टिप्पणी न करें। ऐसी कोई भी पोस्ट न की जाए जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े।' उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया निगरानी टीम ने उन लोगों की लिस्ट बना ली है जिन्होंने अपमानजनक पोस्ट की है या फॉरवर्ड की है।
उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो, क्लिप और सीसीटीवी फुटेज की जांच करके प्रदर्शनकारियों की पहचान करने के लिए एक टीम बनाई गई है।