उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से दलितों पर हो रहे अत्याचारों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। उन्होंने सदन में विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बांग्लादेश में एक दलित युवक को क्रूरता से जिंदा जला दिया गया, लेकिन विपक्ष की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत, गाजा पट्टी में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना पर ये लोग आंसू बहाते हैं, कैंडल मार्च निकालते हैं और जोरदार विरोध जताते हैं। योगी ने इसे विपक्ष की दोहरी नीति करार दिया और कहा कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वे दलितों और हिंदुओं को मात्र वोट बैंक की तरह देखते हैं, न कि सच्चे दिल से उनकी चिंता करते हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह सब तुष्टीकरण की उस राजनीति का नतीजा है, जिसने देश के विभाजन को जन्म दिया और बांग्लादेश तथा पाकिस्तान जैसे अलग देश बनाए। यदि विभाजन न हुआ होता, तो आज हिंदुओं को इस तरह की बर्बरता का शिकार नहीं होना पड़ता। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर भारत में ऐसा कुछ होता, तो इसके परिणाम क्या होते? योगी ने स्पष्ट शब्दों में इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि विधानसभा से एक निंदा प्रस्ताव पारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता को आगे आकर प्रस्ताव लाना चाहिए। उन्होंने बांग्लादेश सरकार को कड़ी चेतावनी दी कि ऐसे अत्याचार बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
यह भी पढ़ें- '110 हिंदू और 90 मुसलमान उतारेंगे', हुमायूं कबीर ने बताया अपना चुनावी प्लान
बांग्लादेश हिंदू युवक हत्या का मामला उठाया
उन्होंने कहा, ‘देखिए कैसे बांग्लादेश में एक दलित युवक को ज़िंदा जला दिया गया। आप लोग गाजा पट्टी में होने वाली हर बात पर आंसू बहाते हैं, लेकिन जब बांग्लादेश में एक दलित युवक को मार दिया गया, तो आपके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला, और आपकी ज़बानें बंद हो गईं क्योंकि आप उन्हें सिर्फ़ वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। यही सच है, आपकी तुष्टीकरण की नीति का सच, जिसकी वजह से बांग्लादेश बना।’
देश बंटवारे का किया जिक्र
उन्होंने कहा, ‘अगर बांग्लादेश और पाकिस्तान नहीं बने होते, तो हिंदुओं को इस तरह ज़िंदा नहीं जलाया जाता और अगर ऐसा होता, तो इसके क्या नतीजे होते? आप गाजा मुद्दे पर कैंडल मार्च निकालते हैं। लेकिन जब पाकिस्तान और बांग्लादेश में किसी हिंदू को मारा जाता है, तो आपके मुंह बंद हो जाते हैं। क्योंकि मरने वाला एक हिंदू है, एक दलित है। एक निंदा प्रस्ताव पास होना चाहिए और विपक्ष के नेता की तरफ से एक प्रस्ताव आना चाहिए। हम इस घटना की निंदा करते हैं और बांग्लादेश सरकार को चेतावनी देते हैं।’
उठाया घुसपैठियों का मुद्दा
बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘जब हम बांग्लादेशियों को यहां से निकालेंगे और रोहिंग्याओं को बाहर का रास्ता दिखाएंगे, तो उनके समर्थन में मत आना क्योंकि आपने उनमें से कई लोगों को वोटर के तौर पर रजिस्टर करवाया है। आपने उनमें से कई लोगों के आधार कार्ड बनवाने का पाप भी किया है। अपने ही देश में रहकर, हमारे लोगों के खिलाफ़ अपराध करना, और फिर वहां मासूम हिंदुओं और मासूम सिखों के खिलाफ़ अत्याचार करना, यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’
कहा- बुलडोजर नहीं रुकेगा
योगी ने जमीने कब्जा किए जाने पर भी बोला। उन्होंने कहा कि कोई भी किसी भी स्मारक पर, किसी भी पौराणिक स्थल पर कब्जा करेगा को उसे छोड़ा नहीं जाएगा, बुलडोजर कोई भी रोक नहीं सकता है।
यह भी पढ़ें: 'हम सुरक्षित नहीं हैं', कुलदीप सेंगर की सजा पर रोक पर बोली उन्नाव केस की पीड़िता
आगे उन्होंने कहा कि अगर कोई माफिया जबरन रिहायशी जमीन या सरकारी जमीन पर कब्जा करके मॉल या जबरन वसूली का अड्डा बनता है और वहां अनैतिक और गैर कानूनी गतिविधियां करता है तो उनके खिलाफ बुलडोजर चलाया जाएगा। इसे कोई रोक नहीं सकता।