क्या आपने कभी गौर किया है कि पालतू बिल्लियां पुरुषों के सामने महिलाओं की तुलना में ज्यादा म्याऊं करती हैं? अब इस दिलचस्प सवाल का वैज्ञानिक जवाब सामने आया है। तुर्की की अंकारा यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के जरिए की गई एक नई स्टडी में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि बिल्लियां पुरुषों से मिलते समय ज्यादा आवाज निकालती हैं। इस शोध ने न सिर्फ पालतू जानवरों के व्यवहार को लेकर नई समझ दी है, बल्कि इंसान और जानवर के रिश्ते पर भी रोशनी डाली है।
31 बिल्लियों और उनके मालिकों पर की गए इस स्टडी में पाया गया कि जब बिल्लियां पुरुषों से मिलती हैं तो पहले 100 सेकंड में औसतन 4 बार से ज्यादा म्याऊं करती हैं, जबकि महिलाओं के सामने यह संख्या आधे से भी कम रहती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह फर्क इंसानों के व्यवहार से जुड़ा है, जहां पुरुष आमतौर पर कम ध्यान देते हैं, वहीं महिलाएं बिल्लियों के भावनात्मक संकेतों को बेहतर समझती हैं। इसी वजह से बिल्लियां पुरुषों के सामने अपनी आवाज के जरिए ज्यादा संकेत देती हैं।
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बिल्लियां पुरुषों के सामने ज्यादा म्याऊं क्यों करती हैं?
रिसर्चर्स का मानना है कि पुरुष आमतौर पर अपने पालतू जानवरों पर महिलाओं की तुलना में कम ध्यान देते हैं। ऐसे में बिल्लियां उनका ध्यान खींचने के लिए अपनी आवाज को और तेज या ज्यादा इस्तेमाल करती हैं।
वहीं महिलाएं बिल्लियों को ज्यादा समय देती हैं और उनके भावनात्मक संकेतों को बेहतर ढंग से समझ पाती हैं, इसलिए बिल्लियों को म्याऊं करने की जरूरत कम महसूस होती है।
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कैसे की गई स्टडी?
रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों ने बिल्लियों के व्यवहार से जुड़े 22 अलग-अलग संकेतों की स्टडी की। यह देखा गया कि घर में रहने वाली बिल्लियां अपने मालिकों से मिलने के दौरान कैसे प्रतिक्रिया देती हैं। साथ ही उम्र, लिंग और अन्य चीजों की भी स्टडी की गई, जिससे पता चला कि वे बिल्लियों के व्यवहार को कैसे प्रभावित करते हैं।
रिसर्चर्स ने अपनी रिपोर्ट में क्या बताया
रिसर्चर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया, 'हमारे नतीजों से पता चला कि बिल्लियां पुरुष देखभालकर्ताओं के सामने ज्यादा आवाज निकालती हैं, रिसर्च में यह भी पाया गया कि मालिक के लिंग को छोड़कर किसी और सामाजिक या व्यक्तिगत वजहों से बिल्लियों के व्यवहार में कोई बड़ा फर्क नहीं पड़ा।'
उन्होंने यह भी बताया कि बिल्लियों के व्यवहार में दो तरह के पैटर्न देखने को मिले, जिसमें एक अपनापन दिखाने वाला व्यवहार और दूसरा तनाव या असहजता से जुड़ा व्यवहार। इससे यह समझ आता है कि बिल्लियों का व्यवहार सिर्फ आवाज तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह उनके भावनात्मक और मानसिक हालात को भी दर्शाता है।
मालिकों के लिए क्या है सीख?
यह स्टडी बिल्लियों के व्यवहार और उनकी आवाज को समझने में मदद करता है। इसके जरिए पालतू जानवरों के मालिक अपनी बिल्लियों की जरूरतों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और उनके साथ अपना रिश्ता और भी मजबूत बना सकते हैं।