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बजट से एक दिन पहले आने वाला आर्थिक सर्वे क्या होता है?

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को लोकसभा और राज्यसभा में आर्थिक सर्वे पेश करेंगी। ऐसे में जानते हैं कि आर्थिक सर्वे क्या होता है? और इसकी अहमियत क्या होती है?

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प्रतीकात्मक तस्वीर। (AI Generated Image)

बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दोनों सदनों में आर्थिक सर्वे पेश करेंगी। आर्थिक सर्वे हर साल बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता है। इसमें देश की आर्थिक तस्वीर दिखाई जाती है।

क्या होता है आर्थिक सर्वे?

ये एक दस्तावेज होता है। इसमें मुख्य रूप से दो चीजें होती हैं। पहला- देश की आर्थिक स्थिति कैसी है? और दूसरा- पिछला वित्त वर्ष कैसा रहा? इस दस्तावेज को भी वित्त मंत्रालय तैयार करता है। इस रिपोर्ट में सिर्फ आंकड़े ही नहीं होते, बल्कि आर्थिक चुनौतियों और उनके समाधान के बारे में भी लिखा होता है।


आर्थिक सर्वे से पता चलता है कि देश की अर्थव्यवस्था किस तेजी से बढ़ रही है। जीडीपी कितनी बढ़ी? महंगाई कितनी बढ़ी? प्रति व्यक्ति आय कितनी बढ़ी? वित्तीय घाटा कितना रहा? रोजगार का हुआ? जैसी तमाम बातों का जिक्र इसमें होता है। 

 

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क्यों अहम है आर्थिक सर्वे?

  • आर्थिक सर्वे से ये समझने में मदद मिलती है कि देश की आर्थिक हालत कैसी है? इसमें महंगाई और बेरोजगारी जैसे अहम आंकड़े भी होते हैं।
  • इस रिपोर्ट में सरकार की नीतियों की जानकारी होती है। इससे आम लोग समझ सकते हैं कि सरकार की किस नीति का क्या असर रहा?
  • इसमें आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का भी ब्योरा होता है। सर्वे रिपोर्ट में सरकार इन समस्याओं से कैसे निपटा जा सकता है? इसका सुझाव भी देती है।
  • इससे निवेशकों को ये समझने में मदद मिलती है कि कौनसा सेक्टर अच्छा है और कहां निवेश करने से ज्यादा मुनाफा हो सकता है। निवेशक समझ पाते हैं कि सरकार का फोकस किस सेक्टर पर ज्यादा है।

कौन तैयार करता है आर्थिक सर्वे?

वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाले आर्थिक मामलों के विभाग की इकोनॉमिक डिविजन इसे तैयार करती है। मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में आर्थिक सर्वे तैयार किया जाता है।

 

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बजट से एक दिन पहले क्यों?

पहला आर्थिक सर्वे 1950-51 में पेश किया गया था। पहले ये बजट का ही हिस्सा हुआ करता था। 1964 से आर्थिक सर्वे को बजट से एक दिन पहले पेश करने की परंपरा शुरू हुई। ऐसा इसलिए किया गया ताकि लोगों को बजट से पहले अर्थव्यवस्था की स्थिति का पता चल सके। तब से ही हर साल बजट से एक दिन पहले आर्थिक सर्वे पेश किया जाता है।

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