शिवहर, बिहार का सबसे छोटा जिला है। इसका क्षेत्रफल मात्र 443 वर्ग किलोमीटर है। 31 साल पहले तक शिवहर, सीतामढ़ी का ही हिस्सा हुआ करता था। 6 अक्टूबर 1994 को शिवहर को सीतामढ़ी से अलग कर नया जिला बनाया गया था। यह बिहार के उत्तर में स्थित है। शिवहर के आसपास मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और चंपारण जिला है।
बिहार का सबसे छोटा जिला होने के बावजूद शिवहर काफी पिछड़ा है। 2006 में पंचायती राज ने 250 सबसे पिछड़े जिलों की लिस्ट जारी की थी, उसमें शिवहर भी शामिल था।
इस जिले में सिर्फ एक ही विधानसभा सीट है। यहां भले ही एक सीट हो लेकिन यह राजनीतिक लिहाज से काफी अहम मानी जाती है। शिवहर विधानसभा सीट बिहार के प्रमुख राजनेताओं में से एक रघुनाथ झा की सीट रही है। रघुनाथ झा यहां से 6 बार विधायक रहे हैं, वह भी तीन अलग-अलग पार्टियों से। रघुनाथ झा ने कांग्रेस के टिकट पर पहले तीन चुनाव जीते। उसके बाद जनता पार्टी में आ गए और फिर दो चुनाव जनता दल से जीते।
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शिवहर में आनंद परिवार
शिवहर की एक पहचान यह भी है कि यहां आनंद परिवार का दबदबा भी है। बाहुबली नेता आनंद मोहन सिंह शिवहर लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। आनंद मोहन पहली बार 1996 में समता पार्टी के टिकट पर लोकसभा पहुंचे थे। उसके बाद 1998 का चुनाव उन्होंने ऑल इंडिया राष्ट्रीय जनता पार्टी के टिकट पर जीता।
आनंद मोहन को 1994 में गोपालगंज के डीएम जी. कृष्णैया के हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, 2023 में नीतीश सरकार ने नियमों में बदलाव किया, जिसके बाद आनंद मोहन जेल से बाहर आ गए।
आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद अभी शिवहर से लोकसभा सांसद हैं। लवली आनंद पहले आरजेडी में थीं लेकिन 2024 के चुनाव से पहले जेडीयू में आ गई थीं। उनके बेटे चेतन आनंद अभी शिवहर विधानसभा सीट से विधायक हैं। चेतन आनंद ने 2020 का चुनाव आरजेडी के टिकट पर जीता था। हालांकि, पिछले साल ही चेतन आनंद जेडीयू में आ गए थे। अब इस बार शिवहर से चेतन आनंद जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
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राजनीतिक समीकरण
शिवहर जिले में सिर्फ शिवहर विधानसभा ही है। यहां की राजनीति तीन दशक से आरजेडी और जेडीयू के इर्द-गिर्द ही घूमती रही है। 1990 से 2020 तक अब तक हुए 9 चुनावों में 7 चुनावों में जनता दल या आरजेडी जीती है। सिर्फ दो बार- 2010 और 2015 के चुनाव में जेडीयू ने यहां से जीत हासिल की है।
2020 में आरजेडी के टिकट पर चेतन आनंद ने बहुत बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। चेतन आनंद ने जेडीयू के शर्फुद्दीन को 36,686 वोटों से हराया था। उन्हें 73,143 जबकि जेडीयू के शर्फुद्दीन को 36,457 वोट मिले थे।
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जिले का प्रोफाइल
शिवहर जिले की आबादी 6.56 लाख है। शिवहर में एक नगर परिषद, 5 प्रखंड, 53 पंचायत और 203 गांव हैं। जिले का क्षेत्र 442.99 वर्ग किलोमीटर और जनसंख्या घनत्व 1,882 प्रति वर्ग किलोमीटर है। जिले में 1000 पुरुषों पर 893 महिलाएं हैं। यहां की साक्षरता दर 53.78% है।