अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में मिस्र के शर्म-अल-शेख में गाजा पीस डील का जश्न मनाया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सात युद्ध के बाद आठवें युद्ध में सीजफायर करवाने का श्रेय भी लगे हाथ ट्रंप को दे दिया। अब ट्रंप की इस कोशिश पर पानी फिरता दिख रहा है। इजरायली बंधकों की वापसी में हो रही देरी के बाद न केवल बेंजामिन नेतन्याहू, बल्कि डोनाल्ड ट्रंप की भौंहे टेढ़ी हो रही हैं। ट्रंप ने हमास को सीधी धमकी दी है तो वहीं इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने दोबारा जंग शुरू करने की चेतावनी दे डाली है।
सीएनएन से बातचीत में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर मुझे लगता है कि हमास समझौते को कायम नहीं रखा तो इजरायल दोबारा युद्ध शुरू कर सकता है। उन्होंने दावा किया कि मेरे कहते ही इजरायल उन सड़कों पर लौट आएगा। जवाब में हमास ने कहा कि उसने समझौते की शर्तों का सम्मान किया है। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज का कहना है कि अगर हमास अमेरिका के युद्धविराम की शर्तों का सम्मान नहीं करता है तो इजरायल लड़ाई छेड़ देगा।
यह भी पढ़ें: 'मोदी ने मुझे भरोसा दिलाया है', ट्रंप का दावा- रूस से तेल नहीं खरीदेगा भारत
कहां फंस रहा इजरायल और हमास के बीच पेच?
इजरायल और हमास के बीच शुक्रवार से सीजफायर समझौता लागू है। शर्त के तहत 72 घंटे के भीतर हमास को सभी इजरायली बंधकों और उनके शवों को लौटना था। मगर यह समय सीमा बीत जाने बाद भी हमास ने अभी तक सभी बंधकों के शवों को नहीं लौटाया। सोमवार को 20 जीवित बंधकों को हमास ने छोड़ा। उसी दिन इजरायल को चार शव भी सौंपे। अगले दिन यानी मंगलवार को चार बंधकों के और शव दिए। जांच में एक शव फिलिस्तीनी नागरिक का मिला। इजरायल का कहना है कि हमास के पास कुल 28 बंधक के शव थे। उसने अभी तक सिर्फ 7 शव सौंपे हैं। 21 शव अब भी उसके कब्जे में हैं। शवों को देरी से लौटाकर हमास समझौते का उल्लंघन कर रहा है। इस बीच रेड क्रॉस ने जानकारी दी कि उसे हमास से दो और बंधकों के शव मिले हैं।
हमास पर इजरायल को क्या शक?
हमास का कहना है कि रेड क्रॉस को सौंपे गए दो शव फिलहाल आखिरी होंगे। उसने कहा कि बाकी बंधकों के शवों को मलबे से निकालने की खातिर विशेष उपकरण की आवश्यकता है। हालांकि इजरायल को हमास के दावों पर शक है। उसने अपनी एक खुफिया जानकारी में दावा किया कि हमास के पास अभी और शव हैं। इजरायल ने अमेरिका से भी यह इनपुट साझा किया है। उसने बताया कि हमास शवों को निकालने के लिए पर्याप्त कोशिश नहीं कर रहा है। उधर, रेड क्रॉस ने दावा किया गाजा में भीषण तबाही मची है। इस कारण हमास के सामने मृत बंधकों के शवों को बरामद करना चुनौती से कम नहीं है। इस बीच हमास ने दावा किया कि बंधकों के शव इजरायली सैनिक के कब्जे वाले हिस्से में है।
क्या गाजा की सहायता रोक देगा इजरायल?
इस बीच इजरायल ने राफा क्रॉसिंग को बंद कर दिया है। यह क्रॉसिंग गाजा पट्टी को मिस्र से जोड़ता है। अभी तक उम्मीद जताई जा रही थी कि राहत सामग्री से भरे ट्रकों की खातिर इसे खोला जाएगा, लेकिन इजरायल ने हमास पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया। इसके बाद क्रॉसिंग को नहीं खोला गया। इससे गाजा पट्टी में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उधर, संयुक्त राष्ट्र ने भी राहत सामग्री नहीं पहुंचने पर निराशा व्यक्त की। इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन ग्वीर ने अपनी धमकी में कहा अगर हमास बंधकों के शव नहीं लौटता है तो वह गाजा की सहायता आपूर्ति रोक देंगे।
यह भी पढ़ें: कैसे 4 फ्रंट पर घिर गया पाकिस्तान? भारी पड़ सकती है तालिबान के साथ जंग
ट्रंप ने हमास को अब क्या धमकी दी?
इजरायल हमास को हथियार विहीन बनाने की शर्त पर अड़ा है। हालांकि उसने ऐसा करने से साफ मना कर दिया है। इस बीच गाजा पट्टी में हमास ने अपनी ताकत बढ़ाना शुरू कर दिया है, जबकि इजरायल और अमेरिका का कहना है कि गाजा की नई सरकार में हमास की कोई भूमिका नहीं होगी। ट्रंप ने अपने प्लान में बताया कि जो हमास का लड़ाका अपने हथियार छोड़ेगे, उसे माफी मिलेगी। मिस्र में सीजफायर का जश्न मनाने के बाद ट्रंप ने कहा कि अगर हमास ने हथियार नहीं छोड़े तो हम उन्हें हथियार विहीन बना देंगे, शायद जल्दी ही हिंसक तरीके से।
इजरायल ने शुरू कर दी बमबारी
गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी का दावा है कि बुधवार को इजरायल ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। दावा है कि इजरायली गोलीबारी में तीन लोगों की जान गई है। इनमें से दो लोग गाजा शहर के शुजैया मोहल्ले में स्थित अपने घर जा रहे थे। इजरायली सेना का कहना है कि कुछ संदिग्धों को येलो लाइन पार करके सैनिकों की तरफ आते देखा गया। यह समझौते का उल्लंघन है। सैनिकों ने तुरंत संदिग्धों पर हमला करके खतरे को निष्क्रिय कर दिया।
क्या हुआ समझौता?
युद्धविराम समझौते के तहत हमास को 20 जीवित समेत सभी शवों को लौटाना था। बदले में इजरायल को 2000 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करना था। एक इजरायली बंधक के बदले इजरायल को 15 फलिस्तीनी शव को लौटाना था। इजरायल अब तक 2000 कैदियों को रिहा कर चुका है और 90 शव लौटा चुका है। गाजा पीस प्लान के तहत एक नया फलिस्तीन प्रशासन बनाने का प्रस्ताव है। इसमें हमास की कोई भूमिका नहीं होगी।