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नोबेल चाहने वाले ट्रंप ने पेंटागन का नाम 'डिपार्टमेंट ऑफ वॉर' किया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए हैं, जिसके बाद डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस का नाम अब बदलकर 'डिपार्टमेंट ऑफ वॉर' हो गया है। अमेरिका के रक्षा विभाग को पेंटागन कहा जाता है।

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डोनाल्ड ट्रंप। (File Photo Credit: PTI)

अमेरिका का रक्षा विभाग, जिसे अब तक पेंटागन के नाम से जाना जाता था, अब उसका नाम बदल गया है। पेंटागन को अब 'डिपार्टमेंट ऑफ वॉर' के नाम से जाना जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका नाम बदलने वाले एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर दिए हैं। इसके साथ ही अब अमेरिका में डिफेंस सेक्रेटरी नहीं बल्कि वॉर सेक्रेटरी होगा। ट्रंप सरकार में रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ अब वॉर सेक्रेटरी होंगे।


एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करने से पहले ट्रंप ने मीडिया से कहा कि वह पीट हेगसेथ और जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ डैन केन के साथ इस पर कुछ समय से चर्चा कर रहे थे। दिलचस्प बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप खुद को शांतिदूत की तरह दिखाते हैं और नोबेल पुरस्कार की चाह रखते हैं। मगर अब उन्होंने 'जीत और ताकत' का संदेश देने की बात करते हुए डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस का नाम बदलकर 'डिपार्टमेंट ऑफ वॉर' कर दिया है। 


ट्रंप ने कहा, 'हमने पहला विश्व युद्ध जीता। फिर दूसरा विश्व युद्ध जीता। उससे पहले के सभी युद्ध जीते और फिर हमने इसका नाम बदलकर 'डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस' कर दिया, इसलिए हम इसे अब 'डिपार्टमेंट ऑफ वॉर' कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि आज के वैश्विक हालात को देखते हुए यह नाम 'ज्यादा सही' है।

 

ट्रंप का मानना है कि 'डिफेंस' से ज्यादा बेहतर नाम 'वॉर' लगता है। उनका कहना है कि अमेरिका ने कई लड़ाइयां जीती हैं, इसलिए इसका नाम 'डिपार्टमेंट ऑफ वॉर' होना चाहिए।

 

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लेकिन नाम क्यों बदला गया?

अमेरिका में दूसरे विश्व युद्ध के बाद ही डिपार्टमेंट ऑफ वॉर का नाम बदलकर डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस रखा गया था। अब इसका नाम फिर बदलकर डिपार्टमेंट ऑफ वॉर कर दिया गया है। 

 


ऐसा क्यों किया गया? इस बारे में ट्रंप ने जवाब देते हुए कहा, 'यह जीत और ताकत का संदेश देता है।' नाम बदलने को लेकर व्हाइट हाउस ने भी एक पोस्ट की है।

 


डिफेंस सेक्रेटरी के बाद अब वॉर सेक्रेटरी बने पीट हेगसेथ ने फॉक्स न्यूज से बातचीत में कहा, 'हमने पहला विश्व युद्ध और दूसरा विश्व युद्ध डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस से नहीं, बल्कि डिपार्टमेंट ऑफ वॉर से जीते थे।'

 

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पहले डिपार्टमेंट ऑफ वॉर ही था नाम

अमेरिका के डिफेंस डिपार्टमेंट का नाम पहले डिपार्टमेंट ऑफ वॉर ही था। इसकी स्थापना 1789 में हुई थी। उस वक्त एक वॉर सेक्रेटरी हुआ करता था, जिसके पास अमेरिका की आर्मी और नेवी की कमान थी। बाद में 1798 में नेवी के लिए अलग से विभाग बनाया गया। डिपार्टमेंट ऑफ वॉर के पास वायु सेना की जिम्मेदारी भी थी।


दूसरे विश्व युद्ध के बाद राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रूमैन की सरकार ने 1947 में 'नेशनल मिलिट्री एस्टैब्लिशमेंट' यानी NME की स्थापना की। इसके बाद 1949 में तीनों सेनाओं को पेंटागन की एक छतरी के नीचे लाया गया और NME का नाम बदलकर डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस कर दिया।

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