अमेरिका की सत्ता में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के साथ ही कई बदलाव हो रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप इकॉनमी के मौके पर तमाम देशों से लोहा ले रहे हैं, वीजा नियमों को सख्त कर रहे हैं और अवैध आप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। इससे मिलता-जुलता एक और मामला चर्चा में आया है। अब कहा गया है कि अगर आपको अमेरिका का वीजा, स्टूडेंट वीजा या ग्रीन कार्ड चाहिए तो आपको अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर बहुत सोच-समझकर पोस्ट करना होगा। अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) ने आधिकारिक रूप से यह घोषणा की है कि अगर आप अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर यहूदियों के खिलाफ लिखते हैं या वीडियो पोस्ट करते हैं तो आपको किसी भी तरह का वीजा देने से इनकार किया जा सकता है। इतना ही नहीं, जिन लोगों के पास पहले से कोई वीजा है, अगर वे भी इस तरह की पोस्ट करते हैं तो उनका वीजा भी कैंसल किया जा सकता है।
USCIS की ओर से जो बयान जारी किया गया है उसमें देश विरोधी सोशल मीडिया पोस्ट करने वाले लोगों के साथ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। जारी किए गए बयान में कहा गया है कि जो भी सोशल मीडिया पर आतंकी संगठनों का सपोर्ट करेगा, उन लोगों को अमेरिका किसी भी प्रकार का वीजा नहीं देगा। USCIS उन सोशल मीडिया अकाउंट्स की समीक्षा करेगा, जिन पर उन संगठनों का समर्थन किया जाता हो, जिन्हें अमेरिकी सरकार ने आतंकी संगठन घोषित किया हो। इस लिस्ट में हमास, हिजबुल्लाह और हूती विद्रोही के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोगों पर विशेष नजर रखी जाएगी।
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इन कमों को करने पर नहीं मिलेगा वीजा
USCIS के आधिकारियों ने कहा , 'हम सोशल मीडिया कॉन्टेंट को उस स्थिति में निगेटिव मानेंगे जब कोई विदेशी व्यक्ति, यहूदी विरोधी आतंकवाद, यहूदी विरोधी आतंकी संगठनों या अन्य यहूदी विरोधी गतिविधियों का समर्थन करता हुआ पाया जाता है।' बता दें कि अमेरिका में यहूदियों की संख्या लगभग 75 लाख के आस-पास है।
वहीं, आतंकी समर्थकों पर अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) की असिस्टेंट सेक्रेटरी फॉर पब्लिक अफेयर्स ट्रिसिया मैकलॉफलिन ने कहा, 'दुनिया भर के आतंकी समर्थकों के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है। यह हमारी जिम्मेदारी नहीं है कि हम उन्हें देश में आने दें और यहां रहने दें।'
स्टूडेंट वीजा और ग्रीन कार्ड पर कैसे पड़ेगा असर?
USCIS की नई नीति तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। अब इसका असर स्टूडेंट वीजा (F-1, J-1 आदि), ग्रीन कार्ड आवेदन, वर्क परमिट और वीजा विस्तार जैसे मामलों पर पड़ेगा। यह नीति ऐसे समय पर लागू की गई है, जब बीते कुछ हफ्ते पहले अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने खुद यह बताया कि उन्होंने 300 से ज्यादा लोगों के वीजा रद्द कर दिए हैं। मार्को रुबियो ने कहा, 'अमेरिकी नागरिकों और गैर-नागरिकों के अधिकारों में फर्क होता है। वीजा देना या ना देना न्यायालय का नहीं बल्कि मेरा विशेषाधिकार है।'
क्या होगा इसका असर?
इस नई नीति के चलते अब अमेरिका में आव्रजन (Immigration) के इच्छुक लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके सोशल मीडिया पोस्ट किसी आतंकी संगठन के समर्थन में न हों और वे किसी भी प्रकार की यहूदी विरोधी भावना न रखें। इस नियम के लागू होने से अमेरिका का वीजा पाना पहले की तुलना में कहीं ज्यादा मुश्किल और सख्त बन चुका है।