कुत्तों को अक्सर कुछ चीजें छिपाते हुए देखा जा सकता है। आपने भी कभी ना कभी किसी कुत्ते को कंबल के नीचे, सोफे के पीछे या घर के पिछले हिस्से में खोदे गए गड्ढे में अपना पसंदीदा खाना छुपाते हुए देखा ही होगा। कई बार लगता है कि कुत्ते ऐसा व्यवहार किसी आने वाली समस्या के डर के कारण है लेकिन ऐसा नहीं है। कुत्ते किसी आने वाली आपदा के लिए खाना छिपाकर नहीं रखते बल्कि इसके पीछे उनका अतीत है।
कुत्तों का यह व्यवहार दिखाता है कि उनका अतीत कैसा रहा है। उनके अतीत के कारण ही वह इस तरह व्यवहार करते हैं। कुत्तों का यह व्यवहार उनके पूर्वजों के व्यवहार से प्रभावित है। कत्ते आज भी उसी तरह खाना छिपाते हैं जैसे उनके पूर्वज छिपाते थे। यह उनके दूरदर्शी नजरिए को दिखाता है कि वह कैसे एक अच्छा जीवन जीने के लिए खाना बचाकर रखते थे। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने द कन्वरसेशन के हवाले से कुत्तों के इस व्यवहार को लेकर उठने वाले सवालों का जवाब दिया है।
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सामान क्यों छिपाते हैं कुत्ते?
जो लोग कुत्तों को पालते हैं वह कुत्तों के इस व्यवहार को लेकर चिंतित होते हैं कि उनके कुत्ते भोजन, सामान और खिलौने क्यों छिपाते हैं। द कन्वरसेशन में बताया गया है कि कुत्ते के इस व्यवहार को 'कैशिंग' के नाम से जाना जाता है। कैशिंग का अर्थ है कि खाने को बाद में इस्तेमाल के लिए किसी जगह पर छिपाकर रखना। यह व्यवहार गिलहरियों से लेकर कौवों और भेड़ियों तक, सभी जानवरों में देखा जाता है। कैशिंग को दो कैटेगरी में बांटा गया है।
- लार्डर होर्डिंग- लार्डर होर्डिंग को समझने के लिए गिलहरी के व्यवहार को देखा जा सकता है। गिलहरी लंबी सर्दियों के दौरान एक या दो जगहों पर मेवे स्टोर करके रखती है। वह ऐसा इसलिए करती है ताकि सर्दियों में उसे आसानी से खाना मिल सके।
- स्कैटर होर्डिंग- यह कैशिंग की दूसरी कैटेगरी है। इसमें जानवर कई अलग-अलग जगहों पर एक्स्ट्रा खाना स्टोर कर लेते हैं। जानवर ऐसा इसलिए करते हैं ताकि अगर उनके खाने को कोई अन्य जानवर खा भी ले तो उनके पास दूसरी जगह पर खाने का स्टोर बचा रहे। ऐसा करने से जानवरों के भूखे रहने की संभावना कम हो जाती है। यह व्यवहार ज्यादातर लोमड़ियों और भेड़ियों जैसे जंगली जानवरों में देखा जाता है।
कुत्ते आज भी अपने अतीत की तरह ही व्यवहार करते हैं। यह उनके पूर्वजों के खाने के लिए संघर्षों और तौर-तरीके को दिखाता है। कुत्ते पहले शिकार करके ही अपना जीवन जीते थे लेकिन उनके लिए यह तय नहीं होता था कि उन्हें खाना मिलेगा या नहीं। ऐसा लगता है कि कुत्ते खाना छिपाकर उसकी गंध से पता लगाते हैं कि उन्होंने खाना कहां छिपाकर रखा है।
पालतू कुत्ते क्यों छिपाते हैं खाना?
समय के साथ-साथ कुत्तों का जीवन भी बदला है। अब ज्यादातर कुत्ते बिना शिकार किए अपना जीवन जी रहे हैं लेकिन उनका व्यवहार अभी भी उनके पूर्वजों जैसा ही है। कुत्तों को पालने वाले लोगों के मन में सवाल होता है कि क्या हमारा कुत्ता इस बात को लेकर चिंतित है कि हम उसे अगले हफ्ते खाना नहीं खिला सकते। इस पर द कन्वरसेशन ने लिखा कि जब हम आजकल के घरेलू कुत्तों को अपने खिलौनों को छिपाने के लिए उन्हें कहीं पर ले जाते हुए, खाने को ढकने के लिए कंबलों को सूंघते हुए या घर के पिछले हिस्से में हड्डी छिपाने के लिए गड्ढा खोदते हुए देखते हैं, तो वे इस बात से चिंतित नहीं होते कि उन्हें फिर से खाना नहीं मिलेगा। कुत्ते ऐसा व्यवहार अपने पूर्वजों के कारण करते हैं ना कि भविष्य में खाना ना मिलने के डर से।
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क्या कुत्ते का यह व्यवहार खतरनाक है?
द कन्वरसेशन में बताया गय है कि अगर आपको लगता है कि आपके घर में 'कैशिंग' एक समस्याजनक व्यवहार है, तो इसके पीछे के कारणों को समझना जरूरी है। भौंकना, मिट्टी खोदना और उछलने को हम अक्सर किसी समस्या से जोड़कर देखते हैं लेकिन यह कु्त्तों का सामान्य व्यवहार होता है। अगर आप कुत्तों को पालने का फैसला कर रहे हैं या फिर आपके पास कुत्ता है तो आपको कुत्तों के इस व्यवहार के बारे में पता होना चाहिए।
अगर आप अपने कुत्ते के सामान को छुपाने के व्यवहार को लेकर चिंतित हैं, तो आप अपने स्थानीय वेटरनरी डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। हालांकि, कुत्तों का यह व्यवहार सामान्य है। अगली बार जब आप अपने कुत्ते को किसी खास चीज को ध्यान से छुपाते हुए देखें, तो आप निश्चिंत हो सकते हैं। यह व्यवहार उनके जंगली अतीत की याद दिलाता है।