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क्या ठंडे पानी से नहाने से होता है ब्रेन स्ट्रोक? डॉक्टर से समझें

सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। क्या ऐसा ठंडे पानी से नहाने की वजह से होता है?

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प्रतीकात्मक तस्वीर, Photo Credit: Freepik

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सर्दियों के मौसम में हमारे खान-पान का तरीका बदल जाता है। हम शरीर को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनते हैं। इस मौसम में कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। खासतौर से उन लोगों को ज्यादा परेशानी होती है जिन्हें पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां हैं। इस मौसम में हृदय संबंधी बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। कई रिसर्च में पाया गया है कि तापमान में अधिक गिरावट स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देती है। इसी वजह से सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ जाते हैं।

 

लोगों का दावा है कि ठंडे पानी से नहाने से भी ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। हमने इस बारे में बेंगलुरु के Aster CMI अस्पताल के कंसल्टेंट न्यूरोसर्जन डॉक्टर संतोष से बात की।

 

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क्या ठंडे पानी से नहाने से होता है ब्रेन स्ट्रोक?

डॉक्टर संतोष ने बताया, 'ठंडे पानी से नहाने से ब्रेन स्ट्रोक नहीं होता है लेकिन यह कुछ लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। जब आप सिर पर बहुत ठंडा पानी डालते हैं तब शरीर को झटका लगता है और एकदम से दिल की धड़कन तेज हो जाती है और ब्लड प्रेशर भी कुछ मिनटों के लिए बढ़ जाता है। ये बदलाव उन लोगों के लिए तनावपूर्ण स्थिति है जिन्हें पहले से दिल की बीमारी, हाई ब्ल्ड प्रेशर या स्ट्रोक आया हो।'

 

 

उन्होंने आगे कहा, 'स्वस्थ लोग आसानी से ठंडे पानी के शॉक को झेल जाते हैं लेकिन सेंसिटिव लोगों को एकदम से तापमान में हुए बदलाव के कारण चक्कर आना और सिरदर्द की समस्या होती है। ठंडे पानी से नहाने से ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं जो बुजुर्गों के लिए असुरक्षित हैं। ठंडा पानी स्वस्थ लोगों के लिए सुरक्षित है लेकिन जिन लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं उनसे ऐसा करने से बचना चाहिए।'

क्या होता है कोल्ड शॉक रिस्पॉन्स?

कोल्ड शॉक रिस्पॉन्स शरीर एकदम से हुआ बदलाव है। जब शरीर ठंडे पानी के संपर्क में आता है तब कुछ सेकंड के लिए हमारी सांसे तेज चलती हैं, दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं। इस रिएक्शन के कारण ब्लड वेसल्स खून को शरीर के मुख्य अंगों में तेजी से पहुंचता है ताकि दिमाग और दिल को सुरक्षित रखा जाए। यह शरीर का प्राकृतिक तरीका है दिल और दिमाग को स्ट्रोक के खतरे से बचाने के लिए और ये कुछ मिनट या सेकंड के लिए रहता है। यह उन लोगों के लिए घातक है जो पहले से हृदय या सांस संबंधी बीमारियों से जूझ रहे हैं।

 

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किन लोगों को ठंडे पानी से नहाने से बचना चाहिए?

  • हृदय रोगियों।
  • हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग।
  • जिन्हें सांस संबंधी बीमारियां हैं।
  • बुजुर्ग लोगों को जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है।

नहाने का सही तरीका क्या है?

सर्दियों में बहुत ठंडे या गर्म पानी को सीधे सिर पर डालकर नहीं नहाना चाहिए। सबसे पहले शरीर पर पानी डालना है ताकि शरीर उस तापमान में खुद को ढाले लें। हमेशा गुनगुने पानी से नहाना चाहिए।

सर्दियों में क्यों बढ़ता है स्ट्रोक का खतरा?

सर्दियों में जब मौसम अधिक ठंडा होता है तो नसों में सिकुड़न, ब्लड प्रेशर में बढ़ोत्तरी और ब्लड फ्लो में कमी जैसे फैक्टर्स साथ मिलकर स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देते हैं।

 

 

 

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