संसद में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच गर्मागर्म बहस हो गई। अमित शाह अपना भाषण दे ही रहे थे कि राहुल गांधी बीच में खड़े हो गए। इस पर अमित शाह ने कहा कि अपने भाषण का क्रम वह खुद तय करेंगे और सदन राहुल गांधी की मुंसिफी से नहीं चलेगा। राहुल गांधी ने अमित शाह को टोकते हुए कुछ सवाल पूछे और उन्हें चैलेंज कर दिया कि वह उनकी (राहुल गांधी की) प्रेस कॉन्फ्रेंस ही जब चाहें डिबेट कर लें। राहुल गांधी की इस बात पर अमित शाह ने कहा कि वह विपक्ष के उकसावे में नहीं आने वाले हैं।
इससे पहले SIR पर जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा, 'संविधान के अनुच्छेद 326 में मतदाता की पात्रता, योग्यता, और मतदाता होने की शर्तें तय की गई है। सबसे पहली शर्त है, मतदाता भारत का नागरिक होना चाहिए, विदेशी नहीं होना चाहिए। ये (विपक्ष) कह रहे हैं कि चुनाव आयोग SIR क्यों कर रहा है? अरे उसका (चुनाव आयोग) दायित्व है, इसलिए कर रहा है।मैं सदन और देश की जनता को कहना चाहता हूं कि क्या घुसपैठिए तय करेंगे कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कौन होगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी नागरिकों को भारत में मतदान करने का अधिकार नहीं दिया जा सकता।'
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क्यों भिड़े राहुल और अमित शाह?
दरअसल, जब अमित शाह इस चर्चा पर जवाब दे रहे थे, उसी बीच राहुल गांधी बीच में कुछ बोलने लगे। उनके इस तरह बोलने के चलते लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को बोलने का मौका दे दिया। अमित शाह ने उन तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र किया जो राहुल गांधी ने की थी। उन्होंने कहा, 'जो तीन प्रेस कॉन्फ्रेस हुईं। एक सादा प्रेस कॉन्फ्रेंस, एक एटम बम वाला और एक परमाणु बम वाला प्रेस कॉन्फ्रेंस। इन तीनों में क्या हुआ इसके सारे जवाब मेरे पास हैं। अब ये कहते हैं कि बहुत सारे लोग दो-दो जगह मतदाता हैं।' इसके बाद अमित शाह ने कुछ विपक्षी नेताओं के नाम भी गिनाए जिनके नाम दो-दो जगहों पर वोटर लिस्ट में थे। उन्होंने प्रशांत किशोर, पवन खेड़ा, तेजस्वी यादव, संजय सिंह और किशोरी पेडनेकर के नाम लिए और कहा कि यह सामान्य गलतियां हैं।
इसके बाद जैसे ही अमित शाह ने कहा कि हमारे यहां कुछ ऐसे परिवार हैं जो पुश्तैनी वोट चोरी करते हैं। इसी पर राहुल गांधी खड़े हो गए। उन्होंने कहा, 'मेरा कल एक सवाल था कि हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार एक फैसला लिया गया कि चुनाव आयुक्तों को फुल इम्युनिटी दी जाएगी। इसके पीछे जो विचार था वह हमें सबसे पहले बताएं। हरियाणा की बात इन्होंने की, एक उदाहरण लिया, वहां अनेकों उदाहरण हैं। मैं तो कहता हूं कि मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर ही डिबेट कर लें। अमित शाह जी मैं आपको चैलेंज देता हूं कि मेरी तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस पर डिबेट कर लें।' इतना कहने के बाद वह एक बार बैठे और दोबारा खड़े हो गए। दोबारा खड़े होकर उन्होंने कहा, 'इसका भी जवाब दे दीजिए कि एक ही शख्स ने यूपी और हरियाणा दोनों में वोट कैसे दे दिए?'
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जैसे ही वह बैठे। अमित शाह ने दोबारा बोलना शुरू किया। अमित शाह ने कहा, 'मैं 30 साल से विधानसभा और संसद में चुनकर आता हूं। मुझे लंबा अनुभव है संसदीय प्रक्रिया है। विपक्ष के नेता महोदय कहते हैं कि पहले मेरे सवाल का जवाब दीजिए। आपकी मुंसफी से संसद नहीं चलेगी, मेरा बोलने का क्रम मैं तय करूंगा। उनको धैर्य रखना चाहिए। इनकी एक-एक बात का जवाब मैं दूंगा मगर मेरे भाषण का क्रम वह तय नहीं कर सकते क्योंकि मैं बोल रहा हूं।'
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'विपक्ष के नेता राहुल गांधी जी ने 5 नवंबर 2025 को एक प्रेस वार्ता में एक परमाणु बम फोड़ा। उस परमाणु बम में उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में एक ही घर में 501 वोट पड़े हुए हैं। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि हाउस नंबर 265 कोई छोटा मकान नहीं है, बल्कि एक एकड़ के पुश्तैनी प्लॉट पर बने कई परिवारों का संयुक्त आवास है लेकिन हर परिवार को अलग-अलग घर नंबर नहीं दिए गए हैं, इसलिए उनका हाउस नंबर 265 ही लिखा है और उनमें से एक परिवार की तो तीन पीढ़ियां साथ रह रही हैं। जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार चुनी गई तब से ये नंबर ऐसा ही चल रहा है। ये न तो फर्जी घर है और न ही फर्जी वोट है।'