प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म विंजो (WinZO) की संस्थापक सौम्या सिंह राठौर और पवन नंदा को धनशोधन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। ईडी अधिकारियों के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी के जोनल कार्यालय में बुधवार को पूछताछ के बाद उन्हें बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया। ईडी ने बताया कि आरोपियों को उसी रात बेंगलुरु की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें एक दिन की हिरासत में भेज दिया गया।
ईडी की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया था कि WinZO ने कथित तौर पर 43 करोड़ रुपये होल्ड कर रखे थे। एजेंसी ने कहा कि यह पैसा भारत सरकार के रियल-मनी गेमिंग पर बैन लगाने के बाद उपयोगकर्ताओं को वापस कर दिया जाना चाहिए था। दरअसल, भारत में हाल ही में वास्तविक धन वाले गेमिंग पर बैन लगा दिया गया है। ईडी ने पिछले हफ्ते ऑनलाइन गेमिंग कंपनी विंजो और Gamezkraft से जुड़े परिसरों पर छापे मारे थे।
यह भी पढ़ें: हैदराबाद-बेंगलुरु डिफेंस कॉरिडोर मांग कर रहे रेवंत रेड्डी, इससे फायदा क्या होगा?
सौम्या और पवन नंदा को पूछताछ के बाद बुधवार रात बेंगलुरु की एक लोकल कोर्ट में पेश किया गया, और कोर्ट ने उन्हें एक दिन की कस्टडी में भेज दिया।
कौन हैं सौम्या सिंह राठौर?
सौम्या सिंह राठौर ने 2017 में पवन नंदा के साथ WinZO की स्थापना की थी। पवन ने ZO Rooms भी शुरू किया था, जहां सौम्या 2015 से कोर टीम का हिस्सा थीं। सौम्या के LinkedIn बायो के अनुसार, वह चीफ ऑफ स्टाफ के तौर पर काम करती थीं। ZO Rooms भारतीय होटल ब्रांड था जिसका मकसद सस्ती, टेक-इनेबल्ड हॉस्पिटैलिटी देना था। हालांकि, ZO Rooms अब बंद हो चुका है।
यह भी पढ़ें: 'दिव्यांग हस्तियों को अपने शो पर बुलाएं', सुप्रीम कोर्ट ने समय रैना से क्या कहा?
सौम्या और पवन नंदा
सौम्या ने बैंगलोर यूनिवर्सिटी से एप्लाइड क्लिनिकल साइकोलॉजी की पढ़ाई की है। इसके अलावा वह 2008 और 2009 के बीच यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर से ऑर्गनाइजेशन और कंज्यूमर साइकोलॉजी, इंडस्ट्रियल और कंज्यूमर साइकोलॉजी में मास्टर्स किया है।
वहीं, पवन नंदा के पास नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री है। इसके सलावा उन्होंने IIM कलकत्ता से फाइनेंस और स्ट्रैटेजी में स्पेशलाइजेशन के साथ एमबीए किया है।