लंबे इंतजार के बाद हरियाणा कांग्रेस में बदलाव कर ही दिया गया है। इस बदलाव का एलान होते ही पार्टी के नेता ही सवाल उठाने लगे हैं। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने राव नरेंद्र को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा की है। इस घोषणा के तुरंत बाद पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा है कि इस निर्णय पर पार्टी को आत्म निरीक्षण करने की जरूरत है। उन्होंने राव नरेंद्र की छवि को लेकर सवाल उठाते हुए कहा है कि इस फैसले से पार्टी कार्यकर्ताओं और काडर का मनोबल बिल्कुल गिर गया है।
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस ने लगभग 12 महीने के इंतजार के बाद घोषणा की थी कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा नेता प्रतिपक्ष होंगे। दूसरी तरफ, राव नरेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है जो कि हुड्डा के ही करीबी माने जाते हैं। इससे पहले विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भी हुड्डा अपने ही कैंप के उदयभान को प्रदेश कांग्रेस का मुखिया बनवाने में कामयाब हुए थे। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से अभी तक हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर फैसला ही नहीं हो पाया था। इसकी वजह थी कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व यह तय नहीं कर पा रहा था कि भूपेंद्र हुड्डा को ही फिर से नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए या किसी और चेहरे को मौका दिया जाए।
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क्या बोले कैप्टन अजय यादव?
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में रहे कैप्टन अजय यादव ने राव नरेंद्र को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा है, 'हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के लगातार गिरते ग्राफ को देखते हुए आज लिए गए निर्णय पर पार्टी को आत्म निरीक्षण करने की आवश्यकता है। राहुल गांधी जी की इच्छा थी कि हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष एक ऐसे व्यक्ति को बनाया जाए जिसकी छवि पूरी तरह साफ-सुथरी, बेदाग और युवा नेतृत्व की पहचान रखने वाली हो लेकिन आज का निर्णय इसके ठीक उलट दिखाई देता है। इस वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं और काडर का मनोबल बिलकुल गिर गया है।'
दरअसल, कुछ दिनों पहले जैसे ही राव नरेंद्र का नाम चर्चा में आया था। सोशल मीडिया पर एक सीडी चर्चा में आ गई थी। इस सीडी के आधार पर दावा किया गया कि हरियाणा का स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए राव नरेंद्र ने घोटाला किया था। आरोप था कि राव नरेंद्र ने मंत्री रहते हुए रिश्वत मांगी थी। हालांकि, उनके साथियों ने इस तरह के दावों का खारिज किया था। इसी के बाद कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने दबी आवाज में कहना शुरू कर दिया था कि किसी साफ छवि के नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहिए।
राव नरेंद्र की नियुक्ति पर अशोक तंवर और कुमारी शैलजा जैसे नेताओं ने बधाई दी है। इससे पहले हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे उदयभान को भी कई नेताओं ने बधाई दी है और उनके काम के लिए उनकी तारीफ की है। बताते चलें कि उदयभान दलित वर्ग से आते हैं और अब उनकी जगह पर अध्यक्ष बनाए गए राव नरेंद्र ओबीसी वर्ग से हैं। खुद कैप्टन अजय यादव ने भी संभावना जताई थी कि इस बार किसी ओबीसी को ही अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
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कौन हैं राव नरेंद्र?
हरियाणा कांग्रेस में लंबे समय से सक्रिय राव नरेंद्र संगठन के आदमी कहे जाते हैं। उन्हें कई राज्यों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पर्यवेक्षक के तौर पर भी भेजा जाता रहा है। हरियाणा में वह प्रदेश महासचिव रह चुके हैं। 1996 और साल 2000 में अटेली से चुनाव जीतने वाले राव नरेंद्र से 2009 में नारनौल से चुनाव जीते और हुड्डा सरकार में मंत्री भी रहे।