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क्रिसमस के दिन क्रिसमस ट्री को क्यों सजाया जाता है?

पूरे देश में क्रिसमस के त्योहार की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। आइए जानते हैं क्यों क्रिसमस के दिन क्रिसमस ट्री को सजाते हैं और सजावट में इस्तेमाल चीजों का महत्व क्या है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर: Photo Credit: AI

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क्रिसमस का त्योहार नजदीक आते ही दुनियाभर में खुशियों का माहौल बन जाता है। गली-मोहल्लों से लेकर बड़े मॉल और घरों तक हर जगह एक चीज सबसे ज्यादा नजर आती है, जो है रंग-बिरंगी लाइटों और सजावटी सामान से सजा हुआ क्रिसमस ट्री। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इस पेड़ को सजाने की परंपरा कहां से शुरू हुई? क्यों हर ईसाई परिवार क्रिसमस पर इसे सबसे पवित्र प्रतीक मानता है?

 

क्रिसमस ट्री सिर्फ एक सजावट नहीं बल्कि ईसाई धर्म में आशा, जीवन, प्रकाश और आस्था का प्रतीक माना जाता है। सदियों पुरानी मान्यताओं के मुताबिक, कठोर सर्दी में भी हरा रहने वाला यह पेड़ जीवन में कभी न खत्म होने वाली उम्मीद का संदेश देता है। मध्यकालीन यूरोप से लेकर आधुनिक क्रिसमस सेलिब्रेशन तक, यह परंपरा इतने बड़े रूप में बदल गई कि आज इसके बिना क्रिसमस की कल्पना भी मुश्किल है।

 

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क्रिसमस ट्री क्यों सजाया जाता है?

जीवन और उम्मीद का प्रतीक

  • क्रिसमस ट्री साल भर हरा रहता है।
  • इसलिए यह अनंत जीवन, उम्मीद और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
  • ठंड के मौसम में भी जब बाकी पेड़ सूख जाते हैं, यह हरा रहता है – इसलिए ईसाई इसे जीवन की जीत का प्रतीक मानते हैं।

भगवान यीशु के जन्म का उत्सव

  • क्रिसमस यीशु मसीह के जन्म का त्योहार है।
  • क्रिसमस ट्री को खुशी, जश्न और उत्सव का प्रतीक मानकर सजाया जाता है।

ईसाई मान्यता – बाइबिल के Tree of Life का प्रतीक

  • बाइबिल में सीधे क्रिसमस ट्री का जिक्र नहीं है।
  • यह Tree of Life (जीवन का वृक्ष) का वर्णन है।
  • क्रिसमस ट्री को इसी अवधारणा का प्रतीक माना जाता है, एक ऐसा वृक्ष जो आशा, रोशनी और ईश्वर की कृपा को दर्शाता है।

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जर्मनी से शुरू हुई परंपरा

  • क्रिसमस ट्री सजाने की आधुनिक परंपरा 16वीं सदी के जर्मनी में शुरू हुई थी।
  • लोग पेड़ को घर में लाते थे और उन्हें मोमबत्तियों, सेबों, छोटे-छोटे उपहारों से सजाते थे। यहीं से यह प्रथा यूरोप में और फिर पूरी दुनिया में फैल गई।

क्रिसमस ट्री की सजावट में इस्तेमाल होने वाली चीजों का महत्व

स्टारी टॉप

  • यह उस चमकते ‘बेथलहम के तारे’ का प्रतीक है, जिसने तीन ज्ञानियों को यीशु के जन्मस्थान तक पहुंचाया था।
  • यह मार्गदर्शन, आस्था और प्रकाश का निशान माना जाता है।

लाइट्स

  • ईसा को ‘दुनिया का प्रकाश’ माना जाता है। ट्री पर लाइट्स लगाना प्रकाश, उम्मीद और अच्छाई का प्रतीक माना जाता है।

रंग-बिरंगे बॉल्स

  • ये मानव जीवन में खुशियों और आशीर्वादों का प्रतीक माने जाते हैं।

हर रंग का अपना अलग अर्थ है जैसे-

लाल: प्रेम और बलिदान
हरा: शांति और आशा
सुनहरा: समृद्धि
नीला: विश्वास


बेल्स

  • घंटियां उत्सव और खुशी का संकेत हैं। ये बुराई को दूर करने और खुशियों को बुलाने का प्रतीक मानी जाती हैं।

कैंडी केन

  • इसका आकार ‘J’ जैसे होता है, जो Jesus (ईसा) के नाम का प्रतीक माना जाता है।
  • लाल और सफेद रंग बलिदान और पवित्रता दर्शाते हैं।

रिबन्स और बो

  • ये प्यार की डोर को दर्शाते हैं।
  • माना जाता है कि जैसे रिबन चीजों को जोड़ता है, वैसे ही क्रिसमस लोगों को जोड़ता है।

गार्लैंड्स

  • यह उत्साह और खुशी का प्रतीक है।
  • घर में समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाने की मान्यता है।

गिफ्ट्स 

  • यह उन कीमती उपहारों का प्रतीक है जो तीन ज्ञानियों ने यीशु को दिए थे।
  • साथ ही, उपहार देना प्यार और उदारता का संदेश भी देता है।

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