टीम इंडिया ने एशिया कप 2025 में धांसू आगाज किया है। भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को 57 रन पर समेटने के बाद 27 गेंद में लक्ष्य हासिल कर लिया। बुधवार (10 सितंबर) को दुबई में खेले गए इस मुकाबले में भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था।
कुलदीप यादव (4 विकेट) और शिवमदुबे (3 विकेट) ने उनके फैसले को सही साबित करते हुए UAE को छोटे स्कोर पर ढेर कर दिया। इसके बाद अभिषेक शर्मा (16 गेंद में 30 रन) और शुभमन गिल (9 गेंद में नाबाद 20 रन) की जोड़ी ने तूफानी पारियां खेलते हुए टीम इंडिया को 9 विकेट से बड़ी जीत दिलाई। कप्तान सूर्या ने 2 गेंद में नाबाद 7 रन बनाए। कुलदीप को उनकी घातक गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया।
भारतीय टीम ने UAE के खिलाफ 93 गेंद शेष रहते जीत दर्ज की। टी20 इंटरनेशनल में बची हुई गेंदों के हिसाब से भारत की यह सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले टीम इंडिया ने 2022 टी20 वर्ल्ड कप में स्कॉटलैंड के खिलाफ 86 रन के टारगेट को 81 गेंद शेष रहते हासिल कर रिकॉर्ड बनाया था, जो अब पीछे छूट गया है।
साथ ही यह किसी फुल मेंबर देश की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। इस मामले में इंग्लैंड नंबर-1 पर है। उसने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में ओमान के खिलाफ 101 गेंद शेष रहते जीत हासिल की थी। इस मुकाबले में इंग्लैंड के सामने 48 रन का टारगेट था।
भारत ने UAE को 13.1 ओवर में ऑलआउट कर दिया था और उसने 4.1 ओवर में ही जीत दर्ज कर ली। इस तरह मैच 17.4 ओवर में ही खत्म हो गया। भारत ने टी20 इतिहास में पहली बार इतना छोटा मैच (बारिश से प्रभावित मैचों को छोड़कर) खेला है। इससे पहले भारत का सबसे छोटा टी20 मैच 2022 में स्कॉटलैंड के खिलाफ रहा था, जो 24.1 ओवर का था।
टी20 एशिया कप के इतिहास का भी यह सबसे छोटा (बिना ओवरों के कटोती के) मैच रहा। इससे पहले सबसे छोटा मैच 2022 में अफगानिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया था, जो 29.5 ओवर तक चला था।
विकेट लेने के बाद कुलदीप यादव को बधाई देते साथ खिलाड़ी। (Photo Credit: BCCI/X)
भारत ने दूसरी बार किया यह कारनामा
UAE की टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर 47 रन बना लिए थे। टीम इंडिया ने 10 रन देकर उसके आखिरी 7 विकेट झटक लिए। भारतीय टीम ने टी20 इंटरनेशनल में यह कारनामा दूसरी बार किया है। इससे पहले उसने 2017 में इंग्लैंड को 119/3 के स्कोर से 127 पर ऑलआउट कर दिया था। कोई भी फुल मेंबर टीम एक बार भी 10 रन के अंतराल में विपक्षी टीम के आखिरी के 7 विकेट नहीं गिरा पाई है। भारत ने दो-दो बार यह कारनामा किया है।