महिला वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का टॉप-5 प्रदर्शन
महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का आगाज हो गया है। भारतीय टीम की नजरें पहली बार चैंपियन बनने पर है। पढ़िए कब-कब ट्रॉफी के करीब पहुंची है टीम इंडिया।

भारतीय महिला टीम। (Photo Credit: BCCI/X)
महिला वनडे वर्ल्ड कप के 13वें एडिशन की शुरुआत हो गई है। उद्घाटन मैच भारत और श्रीलंका के बीच 30 सितंबर को खेला गया। 2 नवंबर तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं। टूर्नामेंट की मेजबानी के राइट्स भारत के पास हैं लेकिन पाकिस्तान के सभी मैच श्रीलंका में खेले जाएंगे। श्रीलंका की टीम भी इस वर्ल्ड कप के ज्यादातर मैच अपने घर में खेलेगी। अगर पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचती है तो ये नॉकआउट मुकाबले भी श्रीलंका में ही खेले जाएंगे।
भारतीय महिला टीम कभी भी वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीत पाई है। उसकी नजरें पहली बार चैंपियन बनने पर है। टीम इंडिया ने महिला वनडे वर्ल्ड कप के 12 एडिशन में से 10 में हिस्सा लिया है। उसने 1973 और 1988 के एडिशन में भाग नहीं लिया था। महिला वनडे वर्ल्ड कप के 10 एडिशन में भारतीय टीम के टॉप-5 प्रदर्शन पर एक नजर:
2017 में फाइनल में मिली दिल टूटने वाली हार
भारतीय टीम ने 2017 महिला वनडे वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। उसने जब सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को पटखनी दी तो लगा कि इस बार ट्रॉफी का सपना पूरा हो जाएगा लेकिन खिताबी मुकाबले में उसे मेजबान इंग्लैंड के हाथों दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा। 23 जुलाई को लॉर्ड्स में खेले गए फाइनल में भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड को 228/7 के स्कोर पर रोक दिया था।
इसके बाद हरमनप्रीत कौर और पूनम राउत ने तीसरे विकेट के लिए 95 रन की साझेदारी कर जीत की उम्मीदें जगा दी लेकिन हरमनप्रीत के आउट होते ही भारतीय पारी बिखर गई। इंग्लैंड की तेज गेंदबाज आन्या श्रबसोल ने घातक गेंदबाजी करते हुए टीम इंडिया को 48.4 ओवर में 219 पर समेट दिया। भारतीय टीम यह मुकाबला 9 रन के करीबी अंतर से हारी। श्रबसोल ने 9.4 ओवर में 46 रन देकर 6 विकेट झटके।
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#OTD in 2017, @EnglandCricket won the @CricketWorldCup 🏆
— ICC (@ICC) July 23, 2021
Relive the thrilling Final against India 🎥 pic.twitter.com/0dzG8jYP0v
2005 में भी खिताब के करीब पहुंची थी टीम इंडिया
साउथ अफ्रीका की मेजबानी में खेले गए 2005 महिला वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया की टक्कर ऑस्ट्रेलिया से हुई। सेंचुरियन में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए 4 विकेट के नुकसान पर 215 रन बनाए। उस समय महिला वनडे क्रिकेट में यह मजबूत स्कोर माना जाता था। तिस पर से फाइनल के दबाव को देखते हुए टीम इंडिया के लिए रन चेज बेहद कठिन साबित होने वाला था। हुआ भी कुछ ऐसा ही। भारतीय टीम 216 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 117 रन पर सिमट गई। ओपनर अणु जैन ने सबसे ज्यादा 29 रन का योगदान दिया। कप्तान मिताली राज सिर्फ 10 रन बना पाई थीं।
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1997 में सेमीफाइनल हारी
साल 1997 का महिला वनडे वर्ल्ड कप भारत में हुआ। इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में भारतीय टीम के सामने ऑस्ट्रेलिया की कठिन चुनौती थी। ईडन गार्डंस में बारिश के कारण मुकाबला 32-32 ओवर का खेला गया। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने टॉस गंवाकर पहले बैटिंग करते हुए 7 विकेट खोकर 123 रन बनाए। बाद में फिर खराब मौसम के कारण खेल रुका। ऐसे में भारतीय टीम को 30 ओवर में 124 रन का संशोधित लक्ष्य मिला। हालांकि टीम इंडिया इस छोटे टारगेट को भी चेज नहीं कर सकी। प्रमिला भट्ट की कप्तानी वाली टीम पूरे 30 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 104 रन ही बना पाई। चंद्रकांता कौल ने सबसे ज्यादा 48 रन का योगदान दिया।
साल 2000 में भी हुआ वही हाल
1997 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हारने के बाद भारतीय टीम अगले वर्ल्ड कप में भी अंतिम-4 में पहुंची। यहां उसका सामना मेजबान न्यूजीलैंड से हुआ। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया, जो गलत साबित हुआ। पूरी भारतीय टीम 45.2 ओवर में सिर्फ 117 के स्कोर पर सिमट गई। ओपनर पूर्णिमा राव के अलावा कोई बल्लेबाज नहीं चल सका। पूर्णिमा ने नाबाद 67 रन बनाए, जिससे भारत 100 के पार पहुंचा। जवाब में न्यूजीलैंड ने महज 26.5 ओवर में 1 विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया। न्यूजीलैंड की कप्तान एमिली ड्रम ने 43 गेंद में नाबाद 47 रन की तेज पारी खेली।
2009 में तीसरे स्थान पर रही
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में आयोजित हुए 2009 महिला वर्ल्ड कप में ग्रुप-बी से दूसरे स्थान पर रहते हुए सुपर-6 में पहुंची। टीम इंडिया ने ग्रुप-स्टेज में पाकिस्तान और श्रीलंका को हराया था, जबकि इंग्लैंड से उसे हार मिली थी। सुपर-6 में ग्रुप-स्टेज के परफॉर्मेंस को भी काउंट किया जाना था, जहां भारतीय टीम 3 में से 2 ही मैच जीत पाई और वह फाइनल में पहुंचने से चूक गई। टीम इंडिया ने तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से हराकर टूर्नामेंट का विजयी अंत किया। भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को 142 रन पर ढेर कर दिया था। इसके बाद रूमेली धर ने 27 गेंद में नाबाद 24 रन की पारी खेल टीम इंडिया को लक्ष्य के पार पहुंचाया।
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