उत्तर प्रदेश के बलिया में हाल ही में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है, जो मेरठ के सौरभ हत्याकांड से मिलता-जुलता है। 9 मई की रात कोतवाली थाना क्षेत्र के बहादुरपुर में माया देवी ने अपने लवर अनिल यादव और दो अन्य साथियों- मिथिलेश पटेल और सतीश यादव के साथ मिलकर अपने रिटायर्ड फौजी पति देवेंद्र कुमार की निर्मम हत्या कर दी। बता दें कि देवेंद्र बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (BRO) में इलेक्ट्रिशियन थे।
पत्नी माया ने देवेंद्र की हत्या के बाद उनके शव को 6 टुकड़ों में काटा- दोनों हाथ, दोनों पैर, सिर और धड़। पहचान छिपाने के लिए इन टुकड़ों को पॉलीथिन में भरकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। हाथ-पैर सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के खरी गांव के एक बगीचे में फेंके गए, धड़ वहां से 500-600 मीटर दूर एक कुएं में डाला गया और सिर घाघरा नदी में बहा दिया गया।
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घटना का खुलासा कैसे हुआ?
अपने पति की निर्मम हत्या करने के अगले दिन यानी 10 मई को माया थाने में जाकर देवेंद्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और दावा किया कि वह बेटी को लाने बक्सर रेलवे स्टेशन गए थे और वापस नहीं लौटे लेकिन 11 मई को खरीद गांव के दियारा में कटे हाथ-पैर मिलने से मामला संदिग्ध हो गया। 12 मई को देवेंद्र की बेटी अंबली गौतम ने मां और अनिल यादव पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया। उसने बताया कि मां के अनिल यादव के साथ अवैध संबंध थे और पिता को इससे आपत्ति थी।
पुलिस ने जांच शुरू की और माया से सख्ती से पूछताछ की। आखिरकार, माया टूट गई और उसने हत्या की बात कबूल कर ली। उसने बताया कि ट्रक ड्राइवर अनिल यादव के साथ उसके लंबे समय से संबंध थे। देवेंद्र को रास्ते का कांटा मानकर उन्होंने उसकी हत्या की योजना बनाई। हत्या से पहले देवेंद्र को बेहोश किया गया, फिर चाकू से उसके टुकड़े किए गए।
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पुलिस कार्रवाई
12 मई की रात सदर कोतवाली क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने अनिल यादव और सतीश यादव को पकड़ने की कोशिश की। दोनों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। अनिल यादव के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। सतीश यादव भागने की कोशिश में था लेकिन पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। माया देवी और मिथिलेश पटेल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
बलिया के एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने शव के सभी अंग बरामद कर लिए हैं, सिवाय सिर के जिसकी तलाश में गोताखोर घाघरा नदी में लगे हुए हैं। पुलिस इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है।
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मेरठ कांड से तुलना
यह घटना मेरठ के सौरभ हत्याकांड की याद दिलाती है, जहां इसी साल मार्च महीने में मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्या कर दी थी। सौरभ के शव को 15 टुकड़ों में काटकर एक ड्रम में सीमेंट से भर दिया गया था। बलिया में भी हत्या अवैध संबंध से ही संबंधित थी और माया ने शव को टुकड़ों में काटकर पहचान छिपाने की कोशिश की थी। बलिया में भी हत्या की वजह अवैध संबंध ही थी, और शव को टुकड़ों में काटकर पहचान छिपाने की कोशिश की गई।