पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई थी। इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दो अन्य लोग अभी भी फरार हैं। पुलिस ने अभी तक जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है उन आरोपियों की पहचान जाहिर नहीं की है। ऐसा बताया कि यह मामला बेहद संवेदनशील है और आगे की जानकारी बाद में दी जाएगी।
पुलिस ने पीटीआई को बताया, 'तीनों आरोपियों का पता मोबाइल फोन टावर डंपिंग तरीके से लगाया गया। क्राइम में और लोग शामिल हो सकते हैं और उनकी तलाश जारी है। हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या ये लोग पीड़ित या उसके उस दोस्त को जानते थे जिसके साथ वह कॉलेज से बाहर गई थी। उसकी दोस्त की भूमिका भी जांच के दायरे में है।'
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पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पीड़िता के मोबाइल फोन का इस्तेमाल दूसरे आरोपी को घटनास्थल पर बुलाने के लिए किया था। इसी से उन्हें सभी आरोपियों के मोबाइल फोन नंबरों की पहचान करने में मदद मिली। अधिकारी कॉलेज के कर्मचारियों समेत कई लोगों से पूछताछ कर रहे हैं, साथ ही सीसीटीवी फुटेज और परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच कर रहे हैं। छात्रा का अस्पताल में ही इलाज चल रहा है और उसने पुलिस को अपना बयान दे दिया है। अधिकारी ने बताया कि लड़की की हालत में सुधार बताया जा रहा है।
यह घटना कोलकाता से लगभग 170 किलोमीटर दूर दुर्गापुर के शोभापुर के पास एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में हुआ। ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली पीड़िता MBBS की 2nd ईयर की स्टूडेंट है, जिनके साथ 10 अक्टूबर को देर शाम अस्पताल में बिल्डिंग के पीछे किसी इलाके में बलात्कार किया गया। ऐसा बताया गया कि पीड़िता रात करीब 8:30 बजे अपने किसी दोस्त के साथ कॉलेज से बाहर निकली थी। कॉलेज के गेट के पास एक व्यक्ति ने अस्पताल के पीछे एक सुनसान जगह पर खींच कर ले गया जहां उनके साथ दुष्कर्म किया गया। सूचना मिलने पर ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पीड़िता अभी अस्पताल में भर्ती है और वह फिलहाल डॉक्टरों के निगरानी में हैं।
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आरजी कर मेडिकल कॉलेज हादसा
इस मामले की तुलना 2024 के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई बलात्कार से की जा रही है। यहां एक जूनियर डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया था। इसके बाद पूरे राज्य में डॉक्टर समेत सभी ने विरोध प्रदर्शन किया था। पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फ्रंट (WBDF) ने इस हमले की निंदा की। इस घटना को कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में महिलाओं की निरंतर असुरक्षा से जोड़ा और इसे एक डरावनी याद जैसा बताया। ग्रुप ने त्वरित न्याय की मांग की और भारत के मुख्य न्यायाधीश से न्यायिक जांच का आदेश देने का आग्रह किया।
अस्पताल के प्रवक्ता सुदर्शन गांगुली ने पुष्टि की है कि इस घटना में दो छात्र शामिल थे। एक लड़का और लड़की, दोनों ही सेकेंड ईयर की परीक्षा दे रहे थे।
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ओडिशा के मुख्यमंत्री ने जताया दुख
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने भी इस घटना पर गहरा दुःख जताया। पोस्ट में लिखा, 'मैंने वरिष्ठ अधिकारियों को पश्चिम बंगाल सरकार के साथ समन्वय करने और पीड़ित परिवार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।' साथ ही पश्चिम बंगाल की सीएम से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
सीएम ने कहा कि ओडिशा का एक वरिष्ठ अधिकारी पश्चिम बंगाल सरकार के संपर्क में है और सभी आवश्यक कानूनी सहायता प्रदान कर रहा है। उन्होंने बालासोर जिले के SP को दुर्गापुर पुलिस के संपर्क में रहने और जरूरी सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।