हरियाणा सरकार ने दबाव में आकर आखिरकार शनिवार को रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया का तबादला कर दिया। राज्य सरकार ने आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की मौत के बाद यह कदम उठाया है। कुछ दिन पहले ही आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने घर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
पूरन कुमार के परिवार की ओर से की जा रही मांग और बनाए जा रहे दबाव के बाद यह कार्रवाई की गई। दरअसल, पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में कुछ अधिकारियों का नाम लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। सुसाइड नोट में एसपी बिजारनिया सहित आठ सीनियर पुलिसकर्मियों पर 'जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार' का आरोप लगाया गया था।

यह भी पढ़ें: अखिलेश यादव का फेसबुक अकाउंट ब्लॉक, BJP पर क्यों भड़के?
रोहतक का नया SP कौन?
एक सरकारी आधिकारिक आदेश के मुताबिक, आईपीएस अधिकारी सुरिंदर सिंह भोरिया को रोहतक का नया एसपी नियुक्त किया गया है और नरेंद्र बिजारनिया की नियुक्ति का आदेश बाद में अलग से जारी किया जाएगा। साल 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी वाई पूरण कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ सेक्टर 11 में स्थित अपने कोठी पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
यह भी पढ़ें: पूरन कुमार सुसाइड केस में SIT गठित, चंडीगढ़ SSP सहित 6 अधिकारी शामिल
पत्नी ने की कार्रवाई की मांग
बुधवार को चंडीगढ़ पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में पूरन कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत कुमार ने हरियाणा के डीजीपी (शत्रुजीत कपूर) और रोहतक के एसपी (नरेंद्र बिजारनिया) के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और एससी एवं एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी।