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उत्तराखंड में एक और पेपर लीक! सोशल मीडिया पर वायरल हुए पेपर के तीन पेज

UKSSSC ने रविवार को ग्रेजुएशन लेवल भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया था। इस भर्ती परीक्षा का पेपर परीक्षा शुरू होने के 35 मिनट बाद ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।

Paper Leak

विरोध प्रदर्शन कर रहे युवा, Photo Credit: Social Media

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने असिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर पटवारी लेखपाल ग्राम विकास पंचायत अधिकारी समेत ग्रेजुएट लेवल के कई पदों पर भर्ती के लिए 21 सितंबर को भर्ती परीक्षा का आयोजन किया था। अब इस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की बात सामने आई है। यह परीक्षा सुबह 11 बजे से शुरू हुई थी लेकिन अब अभ्यर्थी आरोप लगा रहे हैं कि सिर्फ 35 मिनट बाद ही परीक्षा केंद्र से पेपर लीक हो गया। UKSSSC के अध्यक्ष ने इस पेपर लीक मुद्दे पर एक अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ है बल्कि पेपर के तीन सवाल ही बाहर आए हैं। इस मामले में पुलिस ने कुल पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। 

 

इस मामले में पुलिस ने इस पेपर लीक केस में खालिद मोहम्मद, पेपर हल करने में मदद करने वाली प्रोफेसर सुमन और खालिद की बहन हिना का नाम FIR में शामिल किया है। इस मामले में पुलिस ने खालिद की दूसरी बहन साबिया को गिरफ्तार कर लिया है। इस पेपर लीक के खिलाफ युवा लगातार बेरोजगारी संघ के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। युवाओं ने पूरी रात सड़क पर ही बिताई और वे मांग कर रहे हैं कि इस मामले में सीबीआई जांच हो और पेपर को रद्द किया जाए। हालांकि, बोर्ड ने पेपर रद्द करने से इनकार कर दिया है। बोर्ड का कहना है कि अभी जांच जारी है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

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इस मामले की पूरी टाइमलाइन

20 सितंबर 2025- शनिवार 20 सितंबर 2025 को पुलिस को सूचना मिली की 22 सितंबर को होने वाली परीक्षा के पेपर के बदले 12-15 लाख रुपये वसूले जा रहे हैं। यह सूचना मिलते ही पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन दो लोगों में 2021 में हुए पेपर लीक का मास्टरमाइंड हाकम सिंह भी शामिल था। इसके साथ ही उसके साथी पंकज गौर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने 6 उम्मीदवारों से परीक्षा में पास करवाने के बदले 12-15 लाख रुपये की मांग की थी। इस मामले में पुलिस के हाथ कुछ ऑडियो सबूत भी लगे।

 

21 सितंबर 2025- इस भर्ती के लिए 11 बजे पेपर शुरू हुआ और यह पेपर 1 बजे तक चला लेकिन 11 बजकर 35 मिनट पर ही सोशल मीडिया पर पेपर के तीन पन्ने वायरल हो गए। इसके बाद युवाओं में काफी गुस्सा भर गया और वे विरोध प्रदर्शन करने लगे।

 

22 सितंबर- पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने कहा कि यह कोई पेपर लीक का मामला नहीं है और इसमें इंडिविजुअल ने किसी को पेपर बाहर भेजा था, इसलिए इसे पेपर लीक नहीं कहा जा सकता। इम मामले में जांच जारी है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसी दिन युवा सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। 

 

खालिद मोहम्मद ने लीक किया पेपर?

इस परीक्षा का पेपर हरिद्वार पथरी के आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज से लीक हुआ। इस सेंटर में खालिद परीक्षा देने आया था और उसी ने पेपर की फोटो बाहर भेजी। सोमवार को पुलिस ने इस सेंटर में तैनात करीब 18 कर्मचारियों से पूछताछ की। पुलिस ने खालिद को ही इस मामले का मु्ख्य आरोपी माना है। परीक्षा खत्म होने के बाद खालिद सेंटर से बाहर निकलते हुए सीसीटीवी में दिखाई दिया लेकिन इसके बाद से वह फरार है। पुलिस ने उसकी बहन से पूछताछ की और बहन ने बताया कि पेपर खालिद ने ही उसे भेजा था।

 

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बहन ने कहा कि खालिद ने उसे एक रात पहले ही बताया था कि सुबह तुम्हें पेपर मिलेगा और उसे सॉल्व करके उसी नंबर पर वापस भेज देना। उसकी बहने ने बिल्कुल वैसा ही किया। नंबर डिलीट होने के कारण पुलिस भी नंबर की तलाश नहीं कर पा रही है।

क्या बोले आयोग के अध्यक्ष?

पेपर लीक की खबरें सामने आने के बाद UKSSSC के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया का एक बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा, 'इसे आप पेपर लीक नहीं कह सकते हैं। पेपर लीक अलग बात हो गई। किसी सेंटर से एक पेपर के तीन पेज बाहर आए हैं। हम सभी सेंटर पर जैमर लगाते हैं, फोन करने के बाद भी इस्तेमाल नहीं कर सकता। हमारे लिए भी यह हैरान करने वाला है। यह चिंता का विषय है, हम देख रहे हैं। हमने एसएसपी देहरादून और एसएसपी एसटीएफ को जांच के लिए पत्र भेजा है। आयोग अपने स्तर से भी इसकी जांच कर रहा है। इसकी विस्तृत जांच कराई जा रही है।'

 

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कौन है खालिद?

इस पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी खालिद मोहम्मद सुल्तानपुर का रहने वाला है। वह एक साधारण परिवार में रहता है और उसकी पांच बहनें और एक भाई है। भाई मानसिक रूप से बीमार है। वह करीब तीन साल पहले देहरादून में जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात हुआ था। हालांकि, कुछ समय बाद ही उसे हटा दिया गया था। इसके बाद से वह सरकारी नौकरी की तैयारी में जुट गया था। उसकी बहने ने पुलिस को बताया कि वह अपना फोन पेपर के दिन घर पर छोड़कर गया था। उसके फोन की लोकेशन भी सुल्तानपुर की ही है। परीक्षा देने के बाद खालिद अपने घर आया था लेकिन जब उसने सोशल मीडिया पर पेपर लीक की तस्वीरें देखी तो वह फरार हो गया। शाम 5 बजकर 30 मिनट पर उसने अपना फोन बंद कर लिया था। 

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