हरियाणा पुलिस ने पंजाब के पूर्व डीजी मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना के खिलाफ उनके बेटे अकिल अख्तर की कथित हत्या के मामले में FIR दर्ज की है। मुस्तफा ने बयान जारी कर आरोपों को खारिज किया और कहा कि आने वाले दिनों में सच सामने आ जाएगा। मुस्तफा ने कहा कि FIR दर्ज होना यह नहीं दर्शाता कि कोई दोषी है। उन्होंने बताया कि अब असली जांच शुरू होगी और जल्द ही सच लोगों के सामने होगा।
अकील अख्तर की मौत को पहले सामान्य मौत माना जा रहा था फिर अचानक सामने आए एक वीडियो ने पंजाब की राजनीति में भूचाल ला दिया। पंचकूला के सेक्टर 4 में अकील अपने घर में बेहोश मिले थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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मौत या हत्या, कहां फंसा है पेच?
शुरूआत में पुलिस ने किसी गड़बड़ी से इनकार किया और पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया। अकील अख्तर के सोशल मीडिया पोस्ट और वीडियो सामने आने के बाद मामला गंभीर हो गया। पंजाब के मलेरकोटला निवासी शमशुद्दीन चौधरी की शिकायत पर FIR दर्ज की गई।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या निकला?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि अकील की दाहिनी कोहनी से 7 सेंटीमीटर ऊपर एक सिरिंज का निशान मिला। अकील के ड्रग्स एडिक्ट होने की बात सामने आई, लेकिन इंजेक्शन से नशे का कोई सबूत नहीं मिला। केवल एक निशान मिलना संदेह बढ़ाता है, क्योंकि नशे के आदी के हाथ पर कई निशान होते। मेडिकल विशेषज्ञों के अनुसार, नशे का आदी व्यक्ति पहले बाएं हाथ पर इंजेक्शन लगाता है, फिर दाएं पर। अकील के एक निशान से संदेह और गहरा रहा है।
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अपने ऊपर लगे आरोपों पर क्या है मुस्तफा का दावा?
मुस्तफा ने कहा कि पुलिस का कर्तव्य है कि शिकायत मिलने पर FIR दर्ज करे और पंचकूला पुलिस ने यह काम किया, जिसका वे स्वागत करते हैं। उन्होंने आरोपों को गंदी राजनीति और सस्ती सोच का हिस्सा बताया और कहा कि बेबुनियाद आरोप लगाने वालों को भी कानून का सामना करना होगा। उन्होंने अपने बेटे की मौत को परिवार के लिए बड़ा दुख बताया, लेकिन कहा कि वे इस तरह की गंदी साजिशों का जवाब जरूर देंगे।
जांच के लिए बनाई गई है SIT
पुलिस ने जांच के लिए एक स्पेसल इन्वेस्टिगेशन टीम बताई है। जांच की कमान एसीपी विक्रम नेहरा को सौंपी गई है। उनके साथ टीम में इंस्पेक्टर पृथ्वी, PSI पूजा, सब इंस्पेक्टर प्रकाश और साइबर एक्सपर्ट PSI रामास्वामी शामिल हैं।
शिकायतकर्ता से ही हुई लंबी पूछताछ
मॉडल टाउन के रहने वाले शमशुद्दीन ने पंचकूला कमिश्रनर से शिकायत की थी। 21 अक्तूबर को एसआईटी की टीम ने उससे लंबी पूछताछ की। केस से जुड़े सबूतों के बारे में भी पुलिस ने पड़ताल की।
अकील अख्तर के आरोप क्या थे?
अकील अख्तर ने कहा, 'मैंने अपने पिता और पत्नी के बीच अफेयर का खुलासा किया था। शादी के बाद पत्नी ने मुझे छूने का हक तक नहीं दिया था। झूठे आरोपों में फंसाकर गैरकानूनी तौर पर हिरासत में रखा गया। परिवार वाले चुनाव जीतने के बाद फैसला करने की योजना बना रहे थे। जबरन रिहैबिलेशन सेंटर में रखा था। वहां बदसलूकी की, बिना जांच के ही दवाइयां देने लगे। डराया-धमकाया गया और रेप का केस लगाने की धमकी भी दी गई।'
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बातें जो लोगों को खटक रहीं हैं
पूर्व डीजी मुस्तफा के घर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन नहीं चलाया है। मृतक ने अपने वीडियो में एक डायरी का जिक्र किया था, वह मिली ही नहीं है। पूर्व डीजी के घर के बाहर पुलिस के जवान पहरा दे रहे थे, हादसे की उन्हें जानकारी ही नहीं थी। घर के पिछले हिस्से में स्टाफ के ठहरने की व्यवस्था भी थी।
कौन हैं मोहम्मद मुस्तफा?
मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के IPS अधिकारी रही हैं। वह पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी रहे हैं। जब दिनकर गुप्ता पंजाब के डीजीपी बने तो दोनों के बीच तल्खियां आ गईं थीं। साल 2021 में वह रिटायर हुए। कांग्रेस से जुड़े, अब वह राजनेता हैं। उनकी पत्नी रजिया सुल्तान कई बार विधायक रहीं, मंत्रि पद भी उन्हें मिला।
मुस्तफा की बहू, पंजाब वक्फ बोर्ड की चेयरपर्सन
मुस्तफा की बहू 4 साल पहले पंजाब वक्फ बो्रड का चेयरपर्सन बनीं थीं। उनकी नियुक्ति शनिवार को हुई थी, इसे लेकर भी हंगामा बरपा था। यह परिवार सुर्खियों में रहा है। अब सच की तलाश में जांच एजेंसियां जुटी हुईं हैं।