उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हर दिन लाखों लोग आ रहे हैं। महाकुंभ मेले से जुड़ी सड़कों पर इतनी गाड़ियां आ गई हैं कि ट्रैफिक व्यवस्था संभालना पुलिस के लिए मुहाल हो रहा है। कई-कई किलोमीटर तक लंबा जाम लगा है। जो लोग एक बार सड़क पर घुस रहे हैं, घंटो तक वहीं फंसे नजर आ रहे हैं। ऐसा नहीं है कि उन्हें राहत मिल रही है, मेला क्षेत्र में आने के बाद भी उनकी मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं।

महाकुंभ की भीड़ वहां के स्थानीय लोगों पर भी भारी पड़ रही है। रविवार को ही कई किलोमीटर तक जाम लगा रहा। यह अव्यवस्था इतनी बढ़ गई है कि विपक्षी नेता भी अब योगी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपील की है कि सरकार फंसे हुए श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के लिए इमरजेंसी व्यवस्था कराए।

हर दिन करोड़ों लोगों कर रहे संगम स्नान
मेला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़े बता रहे हैं कि रविवार शाम 8 बजे तक करीब 1.57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है। लोग भीषण भीड़ में फंसने के बाद भी संगम जाने की जिद कर रहे हैं। संगम नोज पर तय सीमा से ज्यादा भीड़ हो रही है। दूसरे गंगा घाटों पर भी जबरदस्त भीड़ हो रही है।

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घंटों जाम में फंसे रह जा रहे हैं लोग
रायबरेली से आए एक श्रद्धालु राम कृपाल ने PTI से बातचीत में कहा, 'लखनऊ-प्रयागराज राजमार्ग पर फाफामऊ से पहले पांच घंटे जाम में फंसे रहे और फिर किसी तरह बेला कछार में गाड़ी खड़ी कर पैदल ही वहां से संगम घाट के लिए निकल पड़े।' यही हाल ज्यादातर श्रद्धालुओं का है। उन्हें कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। अगर वे गाड़ी के सहारे आते हैं तो उन्हें एंट्री ही नहीं मिल रही है।

अखिलेश यादव ने मेला व्यवस्था पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने भी पोस्ट किया, 'प्रयागराज महाकुंभ में फंसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जाए। हर तरफ जाम में भूखे-प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों को मानवीय दृष्टि से देखा जाए। आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं हैं? प्रयागराज में प्रवेश के लिए लखनऊ की तरफ 30 किलोमीटर पहले से ही नवाबगंज में जाम, रीवा रोड की तरफ से गौहनिया में 16 किलोमीटर पहले से जाम और वाराणसी की तरफ 12 से 15 किलोमीटर के जाम और ट्रेन के इंजन तक में भीड़ के प्रवेश कर जाने के समाचार हर जगह प्रकाशित हो रहे हैं। जनजीवन दूभर हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार असफल हो चुकी है। वह अहंकार से भरे झूठे विज्ञापन में ही दिख रही है, लेकिन सच्चाई जमीन पर नदारद है।'



पुलिसकर्मियों की अपील क्या है?
अखिलेश यादव ने X पर एक पोस्ट डाला है। वीडियो मध्य प्रदेश का है। पुलिसकर्मी सड़क पर लोगों से भारी ट्रैफिक देखते हुए अपील कर रहे हैं कि वे प्रयागराज की ओर न जाएं। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, 'इस पार-उस पार दोनों तरफ है भाजपा सरकार,  एक कहे आओ महाकुंभ, दूसरा कहे न जाओ पार।'



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क्यों लग रहा है जाम? पुलिस अधिकारी ने बताया

एडीसीपी (ट्रैफिक) कुलदीप सिंह ने कहा, 'वाहनों की संख्या बहुत अधिक है और यात्री इस कोशिश में हैं कि वे नजदीक से नजदीक आएं। इसकी वजह से लंबा जाम लग रहा है। हमें मौनी अमावस्या वाली व्यवस्था लागू करनी पड़ रही है। मौनी अमावस्या पर जितनी भीड़ आई थी, लगभग उतनी ही भीड़ अब आ रही है। मौनी अमावस्या पर मेला क्षेत्र के नजदीक की पार्किंग पहले भरी जा रही थी और उसके बाद दूर की पार्किंग भरी जा रही थी।'

महाकुंभ में भीड़ की वजह से लोगों का हाल बेहाल है। (Photo Credit: PTI)



उन्होंने कहा, 'दूर की पार्किंग 50 प्रतिशत भर गई है। नजदीक वाली पार्किंग छोटी पार्किंग है, जबकि दूर वाली पार्किंग बड़ी है। आईईआरटी और बघाड़ा पार्किंग की क्षमता चार से पांच हजार वाहनों को खड़े करने की है, जबकि दूर की पार्किंग जैसे नेहरू पार्क और बेला कछार की पार्किंग में 20-25 हजार वाहन आ सकते हैं। स्नान पर्व पर स्थानीय लोगों के वाहन नहीं चलते हैं, लेकिन अभी सभी तरह के वाहन चल रहे हैं।'

कुलदीप सिंह ने कहा, 'कुंभ में खासकर सामान्य दिनों में इतनी भीड़ नहीं आई थी लेकिन इस बार सामान्य दिनों में इतनी अधिक भीड़ आ रही है। अगले कुछ दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने के आसार नहीं दिख रहे हैं।'

क्यों प्रयागराज संगम स्टेशन हुआ है बंद?
वरिष्ठ मंडलीय वाणिज्यिक प्रबंधक, कुलदीप तिवारी ने कहा, 'प्रयागराज संगम स्टेशन के बाहर भारी भीड़ की वजह से यात्रियों को स्टेशन से बाहर निकलने में बाधा आ रही थी, ऐसे में प्रयागराज संगम स्टेशन को बंद करने का निर्णय लिया गया है।' उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा और सुगमता के लिए प्रवेश केवल शहर की ओर प्लेटफ़ॉर्म नंबर 1 से दिया जाएगा। निकासी केवल सिविल लाइंस की तरफ से होगी।