logo

ट्रेंडिंग:

बिहार चुनाव लड़ेंगे या नहीं? प्रशांत किशोर ने दे दिया जवाब

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक इंटरव्यू में बिहार चुनाव लड़ने पर जवाब दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी पार्टी 150 से कम सीटें जीतती है तो यह हार होगी।

PRASHANT KISHORE

प्रशांत किशोर। (Photo Credit: PTI)

बिहार में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बार चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के अलावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी मैदान में है। इस जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का कहना है कि वह बिहार चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया कि यह फैसला पार्टी के व्यापक हित में लिया गया है।


न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि अगर उनकी पार्टी 150 से कम सीट जीतती है तो इसे 'हार' माना जाएगा। उन्होंने दावा करते हुए कहा, 'अगर जन सुराज पार्टी बिहार चुनाव जीतती है, तो इसका देशव्यापी प्रभाव पड़ेगा। राष्ट्रीय राजनीति एक अलग दिशा में रुख करेगी।'


बिहार की 243 सीटों के लिए इस बार दो चरणों में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोटिंग होगी। दूसरे चरण में 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। चुनाव नतीजे 11 नवंबर को आएंगे। 

 

यह भी पढ़ें-- राज्य बनने से लेकर दंगों में जलने तक, कैसा था आजादी के पहले का बिहार?

'चुनाव नहीं लड़ूंगा, पार्टी का फैसला है'

इंटरव्यू के दौरान जब उनसे बिहार चुनाव पर सवाल किया गया तो उन्होंने लड़ने से इनकार कर दिया। 


उन्होंने कहा, 'पार्टी ने फैसला किया है कि मुझे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। इसलिए पार्टी ने तेजस्वी यादव के खिलाफ राघोपुर से अन्य उम्मीदवार की घोषणा की है। यह पार्टी के व्यापक हित में लिया गया फैसला है। अगर मैं चुनाव लड़ता तो इससे मेरा ध्यान आवश्यक संगठनात्मक कार्यों से हट जाता।'

 

 

प्रशांत किशोर ने आगे कहा, 'मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि या तो हम शानदार जीत हासिल करेंगे या फिर बुरी तरह हारेंगे। मैं लगातार कहता रहा हूं कि मुझे या तो 10 से कम सीट मिलने की उम्मीद है या 150 से ज्यादा। इन दोनों के बीच कोई संभावना नहीं है।'

150 से कम सीट हार होगी: किशोर

उन्होंने कहा कि अगर जन सुराज को 150 से कम सीटें मिलती हैं तो यह हार होगी। उन्होंने बिहार में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना को भी खारिज कर दिया।


प्रशांत किशोर ने कहा, '150 से कम सीट चाहे वह 120 या 130 ही क्यों न हो, मेरे लिए हार होगी। अगर हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो हमें बिहार को बदलने और इसे देश के 10 सबसे उन्नत राज्यों में शामिल करने का जनादेश मिलेगा। अगर हम अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो इसका मतलब होगा कि लोगों ने हम पर पर्याप्त भरोसा नहीं दिखाया है और हमें अपने समाज और सड़क की राजनीति जारी रखनी होगी।'

 

यह भी पढ़ें-- बिहार चुनाव 1952: पहले चुनाव में कांग्रेस का जलवा, श्रीकृष्ण बने CM

PK का दावा- सत्ता से बाहर होगा NDA

प्रशांत किशोर ने यह भी दावा किया कि इस बार एनडीए सत्ता से बाहर हो जाएगा और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में वापसी नहीं कर पाएंगे। 


उन्होंने दावा करते हुए कहा, 'एनडीए निश्चित रूप से बाहर होने वाला है और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में वापस नहीं आएंगे।'


उन्होंने आगे कहा, 'जेडीयू के भविष्य को समझने के लिए आपको चुनाव विश्लेषक होने की जरूरत नहीं है। पिछले विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने चुनावों की घोषणा से कुछ दिन पहले ही बगावत कर दी थी और नीतीश कुमार की पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से कई उम्मीदवार महत्वहीन थे। इससे जेडीयू की सीट की संख्या घटकर 43 रह गई थी।'

 

 

उन्होंने यह भी दावा किया कि एनडीए में 'पूरी तरह से अराजकता' की स्थिति है और यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि बीजेपी किन सीट पर चुनाव लड़ेगी और जेडीयू कहां अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है।


प्रशांत किशोर ने यह भी दावा किया कि इंडिया ब्लॉक की स्थिति भी बेहतर नहीं है। उन्होंने कहा, 'आरजेडी और कांग्रेस के बीच कभी न खत्म होने वाला झगड़ा है और कोई नहीं जानता कि राज्य के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी अब भी उनके साथ है या नहीं।'

 

यह भी पढ़ें- सीट शेयरिंग में NDA ने मारी बाजी, महागठबंधन में कहां फंसा पेच?

भ्रष्ट नेताओं पर होगी कार्रवाई: PK

उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो 100 सबसे भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों पर कार्रवाई की जाएगी और एक महीने के भीतर उनकी अवैध कमाई जब्त होगी।


किशोर ने कहा, 'हमने बिहार को भू-माफिया, रेत खनन माफिया और अन्य सभी प्रकार के माफिया से मुक्त करने का वादा किया है। इसके लिए हमने फर्जी शराबबंदी नीति को खत्म करने सहित छह वादे किए हैं।'

 

 

उन्होंने कहा कि 'सरकार बनने के एक महीने के भीतर राज्य के 100 सबसे भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों की पहचान करने के लिए एक कानून बनाया जाएगा और मुझे यकीन है कि वे इसके लिए जरूर पूजा-पाठ कर रहे होंगे ताकि हम सत्ता में नहीं आएं।' उन्होंने कहा, 'इन भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों पर मुकदमा चलाया जाएगा और उनकी अवैध कमाई जब्त करके सरकारी खजाने में जमा की जाएगी जिसका इस्तेमाल बिहार के विकास के लिए किया जा सकेगा जो उनकी गलत नीतियों के कारण रुका रहा है।'

 

यह भी पढ़ें- सीतामढ़ी: देवी सीता की जन्मभूमि में BJP कितनी मजबूत?

लालू-तेजस्वी और सम्राट चौधरी पर क्या बोले?

इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर ने लालू यादव, तेजस्वी यादव और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर भी अपनी बात रखी। 


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि अगर 'जमीन के बदले नौकरी घोटाले' में लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पर आरोप तय होते हैं तो यह कोई खबर होगी। उनकी छवि पहले से ही दागदार है और यह मामला एक और धब्बे की तरह होगा।'

 

 

किशोर ने आरोप लगाते हुए कहा, 'लेकिन असली खबर एनडीए में व्याप्त भ्रष्टाचार है। सम्राट चौधरी सात लोगों की हत्या से संबंधित मामले में आरोपी होने के बावजूद उपमुख्यमंत्री के पद पर हैं। वह न तो जमानत पर हैं और न ही उन्हें बरी किया गया है। वह एक फर्जी प्रमाण पत्र दिखाकर मुकदमे से बच निकले, जिसमें दिखाया गया था कि घटना के समय वह नाबालिग थे।'

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap