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क्या होती है पानी वाली डाइट? जानें इसके फायदे और नुकसान

वजन घटाने के लिए कई लोग वॉटर फास्टिंग डाइट को फॉलो करते हैं। क्या होती है यह डाइट और सेहत पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।

water fasting

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Freepik)

बेवक्त खानपान और सीडेंटरी लाइफस्टाइल की वजह से वजन तेजी से बढ़ता है। ऐसे में हम खुद को फिट रहने के लिए तरह- तरह के डाइट को फॉलो करते हैं। इस बात की परवाह किए बिना कि इससे सेहत पर क्या असर पड़ेगा। इंटरमिटेंट फास्टिंग की तरह इन दिनों ट्रेंड में वॉटर फास्टिंग छाया हुआ है। वॉटर फास्टिंग का मतलब पानी वाला व्रत है। इसमें आप कुछ भी खाते नहीं हैं। आपको सिर्फ पानी पीना होता है।

 

पानी वाला व्रत 24 घंटे, 48 घंटे या 72 घंटे तक रख सकते हैं। इस डाइट को कुछ लोग शरीर को डिटॉक्स करने के लिए अपनाते हैं। कुछ लोग इसका इस्तेमाल वजन घटाने के लिए करते हैं। आइए जानते हैं इसका हमारी सेहत पर क्या असर पड़ता है।

 

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क्या होता है वॉटर फास्टिंग

 

वॉटर फास्टिंग करने वाले व्यक्ति को रोजाना 2 से 3 लीटर मिनरल वाला पानी पीना चाहिए ताकि शरीर में जरूरी मिनरल्स की कमी ना हो। ज्यादतर लोग 24 घंटे की वॉटर फास्टिंग पर रहते हैं। अगर आप उससे ज्यादा की फास्टिंग करना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वॉटर फास्टिंग के दौरान व्यक्ति को इंटेंस वर्कआउट नहीं करना चाहिए। अगर इसे सही तरीके से किया जाए तो वॉटर फास्टिंग सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।  

 

 

वॉटर फास्टिंग के फायदे

  • वजन घटाने में मदद करता है- वॉटर फास्टिंग मुख्य रूप से तेजी से वजन घटाने में मदद करता है। कई सेलिब्रिटीज भी इस डाइट को फॉलो कर चुके हैं।
  • ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है- वॉटर फास्टिंग शरीर में बेड कोलेस्ट्रोल के लेवल को कम करता है। साथ ही मोटापे से पीड़ित लोगों में ब्ल़ड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
  • इंसुलिन और लेप्टीन सेंसिटिविटी को बेहतर करता है- इंसुलिन हार्मोन ब्लड में शुगर के लेवल को मेंटेन करता है। लेप्टीन हार्मोन पेट को भरे रखता है। इन दोनों हार्मोन की वजह से मोटापे को नियंत्रित रख सकते हैं।
  • ऑटोफैगी- कुछ स्टडी में पाया गया कि वॉटर फास्टिंग करने से ऑटोफैगी की प्रकिया शुरू होती है। इस प्रकिया में शरीर पुराने सेल्स को हटाता है और फिर से इस्तेमाल करता है। इस दौरान शरीर रिपेयर मोड में चला जाता है। 

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किन लोगों को वॉटर फास्टिंग नहीं करनी चाहिए

 

 

अगर आपको कोई ईटिंग डिसऑर्डर हैं या डायबिटीज की समस्या है तो वॉटर फास्टिंग सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। इसके अलावा प्रेग्नेंट महिलाएं, बच्चों को भी इसे नहीं करना चाहिए। जिन लोगों को गठियां की समस्या है उन्हें वॉटर फास्टिंग नहीं करना चाहिए।

 

वॉटर फास्टिंग के नुकसान

 

 

अगर कोई पहली बार वॉटर फास्टिंग कर रहा है तो चक्कर आना और शरीर में कमजोरी महसूस हो सकती है।  

  • डिहाइड्रेशन
  • मांस पेशियों में कमजोरी आना
  • इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस

वॉटर फास्टिंग के फायदे और नुकसान दोनों ही है। इस डाइट को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

 

 

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