चंडीगढ़ के सीनियर आईपीएस अफसर वाई. पूरन कुमार की सुसाइड केस में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। यह FIR उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई है। यह FIR हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया समेत 10 अफसरों के खिलाफ दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया है कि वाई. पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में जिन अफसरों के नाम थे, उन सभी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर-11 थाने में यह FIR दर्ज हुई है।
वाई. पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें उन्होंने कई सीनियर अफसरों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
गुरुवार को उनकी पत्नी और आईएएस अफसर अमनीत पी. कुमार ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया पर आरोप लगाया था कि इन्होंने उनके पति को मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित किया कि वह आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गए। उनकी पत्नी ने यह भी आरोप लगाया था कि सीनियर अफसर अक्सर उनके पति को जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते थे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी गुरुवार को अमनीत पी. कुमार से मुलाकात की थी। इस दौरान अमनीत कुमार ने सीएम सैनी से आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी। इसके बाद देर रात चंडीगढ़ पुलिस ने FIR दर्ज की।
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पूरन कुमार ने क्या आरोप लगाए थे?
वाई. पूरन कुमार ने अपने नोट में हरियाणा के कई सीनियर अफसरों पर जातिगत भेदभादव, अपमानित करने, मानसिक उत्पीड़न और अत्याचार करने का आरोप लगाया था।
उन्होंने अपने नोट में कथित तौर पर लिखा था, 'अगस्त 2020 से हरियाणा के सीनियर अफसर लगातार जातिगत भेदभाव कर रहे हैं, अपमानित कर रहे हैं, मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं और अत्याचार कर रहे हैं, जो अब असहनीय है।'
उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कुछ अधिकारियों ने उनके साथ भेदभाव करने और अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने लिखा, 'मैंने बहुत ध्यान से सोचा और मुझे यकीन हो गया कि मैं अब इस अपमान और उत्पीड़न को और बर्दाश्त नहीं कर सकता, इसलिए मैंने यह सब खत्म करने का फैसला लिया है।'
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किन अफसरों के खिलाफ FIR हुई?
अपने सुसाइड नोट में आपीएस वाई. पूरन कुमार ने 8 IPS और 2 IAS अफसरों पर आरोप लगाए थे। उन्होंने जिन पर आरोप लगाया था, उनमें 8 IPS- अमिताभ ढिल्लन, मनोज यादव, पीके अग्रवाल, संदीप खीर्वा, शिबाश काबरा, संजय कुमार, पंकज नैन और डॉ. किरण का नाम हैं। इनके अलावा 2 रिटायर्ड IAS- राजीव अरोड़ा और टीवीएसएन प्रसाद का नाम भी है।
चंडीगढ़ पुलिस ने बताया कि उनके नोट में जिनका जिक्र किया गया है, उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 rw 3(5) और SC-ST ऐक्ट की धारा 3(1)(r) के तहत FIR दर्ज की गई है।
आगे क्या कार्रवाई की जाएगी? इस बारे में पूछने पर चंडीगढ़ पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जो आरोप लगाए गए हैं, उनकी जांच की जाएगी।
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पत्नी ने मांगी सुरक्षा, पोस्टमार्टम अभी नहीं
7 अक्टूबर को वाई. पूरन कुमार ने सुसाइड कर ली थी। उनकी पत्नी अमनीत कुमार ने उनके पोस्टमार्टम की अनुमति नहीं दी है। न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि जब तक उनके पति को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक वह पोस्टमार्टम की अनुमति नहीं देंगी।
इस बीच गुरुवार को सीएम सैनी से मुलाकात के दौरान अमनीत पी. कुमार ने उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें उन्होंने आजीवन सुरक्षा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले में हरियाणा सरकार के हाई रैंकिंग अफसर शामिल हैं, इसलिए उनके परिवार को आजीवन सुरक्षा दी जाए।
सीएम सैनी ने गुरुवार को अमनीत पी. कुमार से लगभग 50 मिनट तक बात की थी। देर शाम हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने भी सीएम से मुलाकात की थी।