अगर आप ट्रेन से नियमित यात्रा करते हैं तो अब अब महंगी टिकट के लिए तैयार हो जाए। 26 दिसंबर से ट्रेन की टिकटों के दाम बढ़ गए है। 6 महीने में दूसरी बार भारतीय रेलवे ने किराया बढ़ाने का फैसला किया है। रेल मंत्रालय ने कहा है कि पहले से बुक टिकट पर कोई चार्ज नहीं बढ़ाया गया है, भले ही आप 26 दिसंबर के बाद भी यात्रा कर रहे हैं।
रेलवे का कहना है कि 26 दिसंबर 2025 या उसके बाद जारी किए गए टिकटों पर बढ़ा हुआ किराया लागू हो गया है। पिछली बार जुलाई 2025 में बढ़ोतरी हुई थी, जिससे रेलवे को अब तक 700 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई हुई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस नई बढ़ोतरी से 31 मार्च 2026 तक करीब 600 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी।
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कितना बढ़ा किराया?
दिल्ली से लखनऊ अगर आप तेजस एक्सप्रेस से सफर कर रहे हैं तो अब आपको इसके लिए 1969 रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया 1430 रुपये हो गया है। दिल्ली से चंडीगढ़ का किराया वंदे भारत एक्सप्रेस में 855 रुपये हो गए हैं। इकोनॉमिक क्लास का किराया 1585 रुपये हो गया है।
कैसे समझें रेलवे का टिकट हाइक
दिल्ली से चंडीगढ़ तक की दूरी 240 से 260 किलोमीटर है। मान लीजिए कि अगर आप AC क्लास ट्रेन से थर्ड AC में सफर कर रहे हैं तो पूरी 250 किलोमीटर की दूरी पर 2 पैसे प्रति किमी के हिसाब से किराया बढ़ जाएगा। यह होगा 250 × 0.02 = 5 रुपये। अगर पहले यह किराया 515 रुपये था तो अब यह बढ़कर 520 रुपये हो जाएगा। यह अनुमानित कीमत है। किराया ट्रेन की कैटेगरी और सीजन पर भी निर्भर करता है।
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क्या नहीं बदला है?
- लोकल ट्रेनों और मंथली सीजन के टिकटों में कोई बदलाव नहीं है
- 215 किलोमीटर तक की सामान्य क्लास की यात्रा में भी कोई बढ़ोतरी नहीं है
- लंबी दूरी की यात्रा में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है
- नॉन-एसी कोच में 500 किमी के लिए सिर्फ 10 रुपये ज्यादा आपको खर्च करने पड़ सकते हैं
- मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में नॉन-एसी और एसी दोनों क्लास में प्रति किलोमीटर 2 पैसे की बढ़ोतरी की गई है
क्या-क्या बदला है?
मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में नॉन-एसी कोच के लिए किराए में 2 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है। एसी क्लास के किराए में भी 2 पैसे प्रति किलोमीटर टिकट महंगा हुआ है। अगर आप 600 किलोमीटर की यात्रा नॉन-एसी कोच में कर रहे हैं तो इसके लिए आपको 10 रुपये ज्यादा खर्च करने पड़ सकते हैं। ऑर्डिनरी क्लास, सेकंड क्लास ऑर्डिनरी में 215 किलोमीटर तक की दूरी पर कोई बढ़ोतरी नहीं है। इससे आगे के सफर पर 1 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी। कुछ स्लैब में ग्रेडेड तरीके से टिकट के दाम बढ़ाए गए हैं। जैसे 216-750 किमी पर 5 रुपये अतिरिक्त देने पड़ सकते हैं।
किन ट्रेनों के टिकट महंगे हुए हैं?
तेजस, राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, हमसफर, अमृत भारत, तेजस, महामना, गतिमान, अंत्योदय, गरीब रथ, जन शताब्दी, युवा एक्सप्रेस, नमो भारत रैपिड रेल के बेसिक किराए में क्लास के हिसाब से टिकट के दाम बढ़े हैं।
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किन ट्रेनों में टिकट नहीं हुए महंगे?
- सबअर्बन और लोकल ट्रेन सेवाओं में कोई किराया बढ़ोतरी नहीं हुई है
- सीजनल टिकटों में सबअर्बन और नॉन-सबअर्बन दोनों ट्रेनों में कोई बदलाव नहीं हुआ है
- ऑर्डिनरी क्लास में 215 किलोमीटर तक की यात्रा पर कोई बढ़ोतरी नहीं
- रिजर्वेशन फीस, सुपरफास्ट चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है
- जीएसटी भी पहले की तरह ही लागू होगा
- किराए की राउंडिंग ऑफ पुराने नियमों के अनुसार ही होगी
पहले से बुक टिकटों का क्या होगा?
26 दिसंबर या उसके बाद की यात्रा वाले ऐसे टिकटों पर कोई अतिरिक्त किराया नहीं वसूला जाएगा। रिजर्वेशन चार्ट में भी फर्क नहीं दिखेगा। ट्रेन में टीटीई या स्टेशन पर 26 दिसंबर या बाद में जारी नए टिकटों पर नई दरें लागू होंगी।
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कब आएगी टिकट लिस्ट?
रेलवे स्टेशनों पर लगे टिकट फेयर को अब अपडेट किया जाएगा। 26 दिसंबर 2025 से प्रभावी नई दरें दिखेंगी। रेलवे का कहना है कि यह बदलाव ऑपरेशनल खर्चों को संतुलित करने के लिए किया गया है। ट्रेन यात्रा अभी भी सड़क और हवाई यात्रा की तुलना में सबसे सस्ती विकल्प है। इस बढ़ोतरी से इस साल करीब 600 करोड़ रुपये के अतिरिक्त रेवेन्यू की उम्मीद है।