दुनियाभर में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से 25 दिसंबर को सेलिब्रेट किया जाता है। इस त्योहार की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस त्योहार को अलग-अलग अंदाज से सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन लोग चर्च में प्रार्थना करते हैं, मोमबत्ती जलाते हैं और दोस्तों संग पार्टी करते हैं।

 

क्रिसमस के दिन लोग एक-दूसरे को गिफ्ट देते हैं। क्रिसमस ट्री को सजाते हैं। इस त्योहार का बच्चों को बेसब्री से इंतजार रहता है। क्या आप जानते हैं कि सांता क्लॉस आज भी लोगों के चिट्ठियों का जवाब देते हैं।

 

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कहां है सांता क्लॉस का गांव

सांता क्लॉस का गांव फिनलैंड के रोवानिएमी में हैं। यह पूरा गांव बर्फीली चादर से ढका रहता है। इस जगह पर सांता क्लॉस का ऑफिस भी है। ऑफिस के कर्मचारी उन चिट्ठियों का जवाब भी देते हैं। इस गांव में पर्यटक सालभर सांता से आकर मिल सकते हैं। उनके साथ फोटो खिंचवाते हैं और उनसे बातचीत भी कर सकते हैं। यह गांव गर्मियों में भी क्रिसमस की तरह सजा रहता है।

कौन हैं सांता क्लॉस?

सांता निकलोस को ही सांता क्लॉस कहा जाता है। बचपन में ही उनके माता-पिता का निधन हो गया था। वह छोटी सी उम्र में पादरी बन गए थे। वह बहुत दयालु थे और बच्चों से बहुत प्यार करते थे। उनके लिए गिफ्ट्स लेकर आते थे।

 

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कैसे दिखते थे असली सांता क्लॉस?

कुछ किताबों में बताया गया है कि सांता क्लॉस दुबले-पतले आदमी थी। फिर सांता की लाल कपड़े और सफेद दाढ़ी की छवि कहां से आई? अमेरिका के पॉलिटिक्ल कार्टूनिस्ट थॉमस नैस्ट हार्पर्स वीकली ने एक कार्टून बनाया था जिसकी सेफद दाढ़ी थी। ये कार्टून मैंगजीन में छपा और लोगों का खूब ध्यान खींचा। इसके बाद सेंटा को लेकर कई एक्सपेरिमेंट किए गए।

 

कोका- कोला के विज्ञापन में सेंटा क्लॉस को लाल कपड़े और सफेद दाढ़ी में दिखाया गया। इस विज्ञापन को 1931 से लेकर 1964 तक चलाया गया। लंबे समय में लोगों ने सेंटा को इस गेटअप में देखा तो लोगों के दिमाग में वहीं इमेज बन गई। इसके बाद से सेंटा की इमेज वही है।