इंडिगो की विमानन सेवा, अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। एक सप्ताह से इंडिगो के यात्री परेशान हैं। कभी उड़ानें रद्द हो रहीं हैं, कभी लोगों को एयरपोर्ट पर बैठकर घंटों बिताना पड़ रहा है। एक सप्ताह के भीतर 4500 से उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। दिल्ली और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उड़ानें सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इंडिगो संकट की गूंज संसद में भी सुनाई दे रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि सरकार इसका हल ही नहीं निकालना चाहती है। उन्होंने सरकार से सवाल किया है कि आपने जनता के सामने क्या विकल्प छोड़ा है। 

इंडिगो में आए इस संकट की वजह फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (FDTL) है। 1 नवंबर से लागू हुए नियमों की वजह से बड़ी संख्या में पायलट छुट्टी पर चले गए, जिसकी वजह से उड़ानें रद्द होने लगीं। DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और एकाउंटेबल मैनेजर को शो-कॉज नोटिस जारी किया है, जिस पर विमानन कंपनी को जवाब देना है।

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नुकसान कितना हुआ?

इंडिगो के शेयरों में 7.6% की गिरावट के आई है। इंडिगो को करीब 4.3 अरब डॉलर तक के वैल्यू लॉस से जूझना पड़ रहा है। कंपनी ने कहा कि 10 दिसंबर तक ऑपरेशन स्थिर हो जाएंगे, अभी तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। CEO एल्बर्स ने स्टाफ को वीडियो मैसेज में बताया है कि ऑन-टाइम परफॉर्मेंस 75 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है।

अब सरकार ने क्या किया है?

सरकार ने एयरफेयर पर कैप लगाया है। रिफंड की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए हैं। अब तक इंडिगो ने 610 करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए हैं। 3,000 से ज्यादा बैग डिलिवर किए गए हैं। दिल्ली हाईकोर्ट बुधवार को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करने वाला है, सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार किया है।

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एक हफ्ते में क्या-क्या हुआ? 

  • मंगलवार को 150 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल
  • बुधवार को 200 उड़ानें रद्द
  • गुरुवार को 300 से ज्यादा उड़ानें रद्द
  • शुक्रवार को 1600 उड़ानें रद्द
  • शनिवार को 850 से ज्यादा उड़ानें रद्द
  • रविवार 650 से ज्यादा उड़ानें रद्द
  • सोमवार को दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु से 300 से ज्यादा उड़ानें रद्द

कहां-कहां परेशान हो रहे यात्री?

  • दिल्ली
  • मुंबई
  • बेंगलुरु
  • हैदराबाद
  • कोलकाता

यात्री इंतजार पर बैठे हैं। सोमवार को बेंगलुरु में 65 लैंडिग टली है और 62 डिपार्चर कैंसिल हुए हैं। दिल्ली में 134, चेन्नई में 77 उड़ानें रद्द हुईं हैं।  टर्मिनल्स पर बैगेज का ढेर लगा है, यात्री रात भर इंतजार कर रहे हैं।

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इंडिगो के यात्रियों के सामान एयरपोर्ट पर पड़े हैं। (Photo Credit: PTI)

संकट की वजहें क्या हैं?

  • पायलट्स की कमी है, नए नियम मुश्किलें बढ़ा रहे हैं
  • एयरबस A320 के सॉफ्टवेयर में दिक्कतें आईं हैं
  • नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट्स के सख्त नियम हैं
  • अक्टूबर से विंटर शेड्यूल बढ़ाया गया है लेकिन पायलट ऑफ ड्यूटी हैं 
  • नए नियमों की वजह से रेस्ट टाइम बढ़ा गया है
  • स्टाफ की कमी है लेकिन उड़ानें प्रस्तावित हैं

पायलट यूनियन क्या कह रहे हैं?

इंडिगो ने DGCA के सख्त निर्देशों के बाद भी सही समय से भर्तियां नहीं की हैं। नए नियमों को लागू करने के लिए DGCA ने 2 साल का वक्त दिया था लेकिन इंडिगो ने तय समय से यह प्रक्रिया पूरी नहीं की। क्रू मेंबर्स की कमी की वजह से सब ठप पड़ गया। 

DGCA ने क्या ऐक्शन लिया है?

एविएशन रेगुलेटर DGCA ने इंडिगो CEO को शो-कॉज नोटिस दिया है। इंडिगो ने जवाब देने के लिए वक्त मांगा है। इंडिगो ने कहा है कि नए नियमों को लागू करने में मुश्किलें आ रही हैं। DGCA ने लीव की जगह वीकली रेस्ट के रूल को अस्थाई रूप से हटाया है, जिससे ड्यूटी रोस्टरिंग में परेशानी न आए।

किन परेशानियों से जूझ रहे हैं लोग?

इंडिगो पर आए संकट की वजह से एयरपोर्ट्स पर यात्रियों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। कई यात्रियों के बैग गायब हैं, कई यात्रियों को रिबुकिंग में ज्यादा पैसे खर्च करने पड़े हैं। यात्रियों को एक जगह जाने के लिए अतिरिक्त पैसे खर्च करने पड़े हैं। कुछ यात्रियों की परीक्षाएं छूटी हैं। कई यात्रियों ने छुट्टियां प्लान की थीं, उन्हें वापस लौटना पड़ा है। यात्रियों को तगड़े आर्थिक नुकसान से जूझना पड़ा है।

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इंडिगो मदद के लिए क्या कर रहा है?

इंडिगो के अधिकारियों ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद जताया है। इंडिगो ने इसे गंभीर संकट कहा है। इंडिगो का दावा है कि 610 करोड़ रुपये का रिफंड जारी कर दिया गया है। 5 से 15 दिसंबर की यात्रा पर कैंसिलेशन और रिशेड्यूलिंग फ्री कर दिया है। 

हजारों होटल रूम, ग्राउंड ट्रांसपोर्ट, फूड, लाउंज एक्सेस देने की कोशइश की जा रही है। इंडिगो का दावा है कि 3000 बैक लोगों तक पहुंचा दिए गए हैं। इंडिगो ने AI असिस्टेंट और एक्स्ट्रा स्टाफ को नियुक्त किया है। इंडिगो ने अपील की है कि यात्री ऑनलाइन चेक करें, अगर फ्लाइट कैंसिल हो वे एयरपोर्ट न आएं।

हर दिन फ्लाइट कैंसिल होने से परेशान हो गए हैं इंडिगो के यात्री। (Photo Credit: PTI)

इंडिगो का हाल क्या है?

इंडिगो का ऑन-टाइम परफॉर्मेंस बुरे दौर में है। बुधवार को सिर्फ 19.7 प्रतिशत उड़ानें समय से चल रही हैं। इंटरनेशनल उड़ानें प्रभावित हुईं हैं। इंडिगो और एयर इंडिया के दबदबे की वजह से कोई और विकल्प यात्रियों को नहीं मिला। 

कब तक सब ठीक होगा?

इंडिगो का दावा है कि 10 दिसंबर तक स्थितियां सामान्य हो जाएंगी। अब 138 में से 137 डेस्टिनेशन सक्रिय हो गए हैं। इंडिगो बोर्ड की क्राइसिस टीम हर दिन मीटिंग कर रही। सोशल मीडिया पर अब लोग इंडिगो पर अविश्वास जाहिर कर रहे हैं।