दिल्ली वालों के लिए एक बार फिर बुरी खबर है। मंगलवार शाम से दिल्ली की हवा बहुत खराब हो गई है और प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ गया है। कई इलाकों में हवा 'गंभीर' (severe) स्तर पर पहुंच गई है, जिससे लोगों की सेहत को गंभीर खतरा हो सकता है।

 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार रात 9 बजे तक दिल्ली का औसत AQI 390 दर्ज किया गया। यह सोमवार के 304 और रविवार के 279 से बहुत ज्यादा है।

 

यह भी पढ़ें:  ट्रंप के टैरिफ के बावजूद भारत की इकॉनमी पर क्यों नहीं दिखा असर?

 

शहर के 39 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 19 स्टेशनों पर AQI 400 से ऊपर चला गया है। इनमें बुराड़ी, आनंद विहार, मुंडका, बवाना, विवेक विहार, रोहिणी, सोनिया विहार, अशोक विहार, पंजाबी बाग और चांदनी चौक जैसे इलाके शामिल हैं।

सबसे ज्यादा प्रदूषित स्टेशन

  • चांदनी चौक – 471

  • बवाना – 438

  • आनंद विहार – 421

  • अशोक विहार – 418

  • बुराड़ी क्रॉसिंग – 407

AQI का मतलब क्या है?

0-50 तक अच्छा माना जाता है, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब और 401-500 गंभीर श्रेणी होती है। इस स्तर पर हवा में सांस लेना सेहत के लिए बहुत नुकसानदेह हो जाता है। दिल्ली के लिए हवा की चेतावनी प्रणाली ने बताया है कि कम से कम 5 दिसंबर तक AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में ही रहेगा और उसके बाद भी अगले छह दिनों तक कोई खास सुधार नहीं दिखेगा।

 

यह भी पढ़ें: अमेरिकी टैरिफ के बावजूद भारत की रिकॉर्ड तोड़ ग्रोथ रेट, क्या है वजह?

 

प्रदूषण के सबसे बड़े कारणों में गाड़ियां सबसे आगे हैं। मंगलवार को परिवहन क्षेत्र ने दिल्ली के कुल प्रदूषण का 18.4% हिस्सा दिया। इसके बाद पड़ोसी इलाकों की फैक्ट्रियां (9.2%), नोएडा (8.2%), बागपत (6.2%), गाजियाबाद (4.6%), पानीपत (3.3%) और गुरुग्राम (2.9%) का योगदान रहा। बुधवार को भी गाड़ियों से 15.6% प्रदूषण होने का अनुमान है।